बिहार की इस मिठाई की नेपाल तक डिमांड, स्वाद है बेहद लाजवाब, 30 साल से स्वाद बरकरार

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भास्कर ठाकुर/सीतामढ़ी. मिठाई का जेहन में ख्याल आते ही मुंह में पानी आना लाजमी है. वैसे तो आपने दर्जनों प्रकार की मिठाई खाई होंगी, लेकिन आज हम जिस मिठाई के बारे में बताने जा रहे हैं वह न सिर्फ बेहद खास है बल्कि स्वाद में भी बिल्कुल अलग है. एक बार इस मिठाई को खा लेंगे तो बार-बार खाने का मन करेगा. जी हां, जिस मिठाई की चर्चा कर रहे हैं वह बालूशाही है. सीतामढ़ी में इस खास बालूशाही को खाने के लिए आपको परिहार के धमिटोल चौक पर आना होगा. यहां 30 साल पुरानी रामबाबू मिष्ठान भंडार में लजीज बालुशाही और अन्य मिठाई खाने को मिलेगी. इस दुकान की मिठाई इतनी फेमस है कि लोग दूर- दूर से यहां खाने आते हैं.

कारीगर लक्षमी साह ने बताया कि 30 साल से इस दुकान में मिठाई बना रहे हैं. अनुभव की वजह से मिठाई में ऐसी गुणवत्ता है कि लोग दूर-दूर से यहां खींचे चले आते हैं. यहां परिहार सहित नेपाल के जलेश्वर तक मिठाई की मांग है. कारीगर ने बताया कि बालुशाही और अन्य मिठाई बनाने का अनुभव काफी पुराना है. रोहित ने बताया कि यहां प्रत्येक दिन दो से ढ़ाई क्विंटल दूध की खपत होती है. चूंकि नवरात्रा की शुरुआत हो चुकी है, तो बालुशाही सहित अन्य मिठाईयों की मांग बढ़ रही है. इसलिए खपत में अब वृद्घि होगी. उन्होंने ने बताया की लोग यहां की मिठाई इसलिए भी पसंद करते हैं, क्योंकि 70 रुपए प्रति लिटर वाली दुध खटाल से खुद लाते हैं. जिसमें बिल्कुल भी मिलावट नहीं होती. वहीं दुध की कीमत 50 रुपए भी है, जिसमें बहुत तरह के कैमिकल और पाउडर मिला हुआ होता है.

मात्र 160 रुपए किलो बिकती है बालूशाही
रोहित ने बताया कि बालुशाही की कीमत प्रति किलो के हिसाब से 160 रुपए है, जबकि पीस के हिसाब से इसकी कीमत 8 रुपए प्रति पीस है. उन्होंने बताया कि अलग-अलग मिठाई की अलग-अलग कीमत है. रसगुल्ले की कीमत 240 रुपए प्रति किलो और 10 रुपए प्रति पीस है. उन्होंने बताया कि बिक्रीसीजन के हिसाब से होती है. पर्व-त्योहार या शादी ब्याह के दौरान मिठाई की ज्यादा मांग रहती है. जिसमें 5 क्विंटल तक की बिक्री होती है. जबकि अन्य दिनों में सामान्य बिक्री होती है. रोहित ने बताया कि सब खर्च काटकर रोजाना 5 हजार तक की कमाई हो जाती है.

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FIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 12:51 IST

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