Taste of Lucknow: 55 तरह के मसाले बनाते हैं इस चिकन बिरयानी को खास, 1955 से बरकरार है स्वाद

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लखनऊ: आपने बिरयानी तो बहुत खाई होगी, लेकिन लखनऊ की मशहूर वाहिद की चिकन बिरयानी सभी बिरयानी पर भारी पड़ती है. इस बिरयानी का स्वाद 1955 से बरकरार है. लखनऊ आने वाले पर्यटक इसे खाना बिल्कुल नहीं भूलते. आखिर यह चिकन बिरयानी इतनी मशहूर क्यों है और इसके स्वाद का जादू क्यों बरकरार है, आइए हम आपको बताते इसे बनाने का तरीका.

वाहिद की चिकन बिरयानी की गोमतीनगर स्थित ब्रांच पर तो इन्होंने इसे बनाने की पूरी प्रक्रिया दिखाई. प्रक्रिया ही इतनी स्वादिष्ट लग रही थी कि कोई भी इसे खाने से खुद को रोक नहीं सकेगा. सबसे पहले बड़े से भगोने में रिफाइंड लिया जाता है. रिफाइंड में खड़े मसाले, प्याज और अदरक लहसुन को पीसकर इसमें डाला जाता है. फिर दही और नमक के साथ इनके खास 55 प्रकार के मसाले और लाल मिर्च का पाउडर डालकर बिरयानी की ग्रेवी को खूब अच्छे से मिलाकर तैयार किया जाता है.

इसके बाद इसमें चिकन डाला जाता है और चिकन को करीब 15 से 20 मिनट पकने दिया जाता है. दूसरी ओर चावल को उबालने के लिए बड़े से भगोने में पानी को गर्म किया जाता है. उसमें खड़े मसाले डाले जाते हैं और नमक डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दिया जाता है. फिर उसी पानी में केवड़ा और मीठा जल मिलाया जाता है. इसके बाद ग्रेवी से चिकन को अलग कर लेते हैं और उसे थोड़ी देर ठंडा होने के लिए छोड़ देते हैं. इसके बाद लाल झोल को कपड़े से छान लिया जाता है. इसमें चार पैकेट दूध डाले जाते हैं.

भगोने में चिकन डाला जाता
एक बार फिर बड़े से भगोने में चिकन डाला जाता है. चिकन में झोल मिलाया जाता है. उसके अंदर वाहिद के सीक्रेट मसाले डाले जाते हैं, जो कि 55 प्रकार के होते हैं जो सिर्फ इनके यहां खुद ही बनाए जाते हैं. इसके बाद चावल को गर्म पानी से बाहर निकाल कर उसे भी छान लिया जाता है. इसके बाद चिकन में चावल को अच्छे से मिलाकर उसके ऊपर गीली हल्दी को रंग के रूप में इस्तेमाल करते हैं और उसके ऊपर डालते हैं रिफाइंड. फिर ऊपर से भगोने पर कपड़ा लगाकर उसे बंद करते हैं, ताकि चावल जले नहीं और हल्की भाप बाहर निकलती रहे. करीब 10 से 15 मिनट के अंदर वाहिद की मशहूर बिरयानी बन कर तैयार हो जाती है. फिर उसे किचन तक पहुंचाया जाता है. जहां से बिरयानी ग्राहकों की प्लेट तक पहुंचती है.

1955 में शुरू हुआ था सफर
यहां के इंचार्ज राशिद कुरैशी ने बताया कि 1955 में उनके नाना वाहिद ने इसकी शुरुआत की थी. उनके नाना के नाम पर ही वाहिद बिरयानी है. वह भगोने को सिर पर रखकर शुरुआत में लेकर जाते थे और गलियों में बेचते थे. धीमे-धीमे करके लोगों को इतना पसंद आई है बिरयानी कि आज यह मशहूर हो चुकी है. बड़ी संख्या में यहां पर ग्राहक आते हैं और इसे खाते हैं. लखनऊ में वाहिद बिरयानी की 9 ब्रांच हैं. आगरा में दो हैं. सबसे पुरानी ब्रांच लखनऊ के अमीनाबाद में है, जहां से इसकी शुरुआत हुई थी.

इतनी है कीमत
वाहिद बिरयानी में चिकन बिरयानी की कीमत 180 रुपये की हाफ प्लेट है. यह कीमत गोमती नगर की ब्रांच की है. क्षेत्र के मुताबिक इनके यहां बिरयानी की कीमत रखी गई है. लखनऊ में करीब 9 ब्रांच हैं. सभी ब्रांच पर चिकन बिरयानी की कीमत अलग-अलग है. अगर आप भी इसे खाना चाहते हैं तो इसे गूगल पर सर्च करके आसानी से किसी भी ब्रांच पर जाकर इसे खा सकते हैं.

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FIRST PUBLISHED : March 18, 2023, 20:48 IST

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