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सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद. मिठाई का नाम सुनते ही हर किसी के मुंह में पानी आ जाता है, लेकिन फर्रुखाबाद में बनने वाले पेड़ों का स्वाद सबसे अलग है. दिखने में सामान्य सा है, लेकिन इन पेड़ों का स्वाद ऐसा है कि एक जिसने चख लिया कायल हो जाता है. त्योहारी सीजन में इसकी मांग और अधिक बढ़ जाती है. यहां के पेड़ों की खास बात यह है कि ये लंबे समय तक खराब नहीं होते हैं. क्योंकि इनमें शुद्ध मावा काम में लिया जाता है.
रेलवे रोड़ कमालगंज के पास रोहित मोहित मिष्ठान्न भंडार के नाम से प्रसिद्ध दुकान है. दुकानदार सर्वेश कुमार ने बताया कि इस जगह का पेड़ा इतना मशहूर है कि इसकी डिमांड कई जिलों से आती हैं. पैंतीस वर्ष से यह दुकान अपने स्पेशल पेड़ा के लिए जानी जाती हैं. दुकानदार कहना है यहां के स्वाद और गुणवत्ता के कारण यहां का पेड़ा ऑर्डर आने पर दूर-दूर तक पैकिंग करा कर भेजा जाता है.
पेड़े बनाने की कला ने दिलाई पहचान
दुकानदार ने बताया कि पेड़े में शुद्ध मावा का प्रयोग किया जाता हैं इसकी पूरी गारंटी है. यह अपने हाथों से दूध लाकर मावा तैयार करते है फिर इसमें इलायची और चीनी मिलाकर पेड़ा बनाते हैं जो स्वाद में भरपूर होने के साथ ही से के लिए भी लाभप्रद है. दुकानदार बताया कि पेड़े में सबसे महत्वपूर्ण मावा है, बाहरी मावे पर विश्वास नहीं करते इसे स्वयं ही तैयार करते हैं. अच्छी तरह से सिकाई की जाती है जो कि इसके स्वाद को बढ़ाता है.
त्योहारी सीजन में बढ़ जाती है डिमांड
दुकानदार सर्वेश कुमार के बताया कि 18 साल की उम्र में सर्वेश कुमार ने रोहित मोहित मिष्ठान के नाम से यह दुकान शुरू की थी. जिस समय पर 1 किलो पेड़ा मात्र 15 रुपए के बिकते थे. वहीं आज 1 किलो पेड़े का भाव 400 रुपए तक है. महंगाई के इस दौर में भी अच्छी गुणवत्ता और स्वाद आज तक उनकी दुकान का बरकरार बना हुआ है. पेड़ों की एक अहम विशेषता यह भी है कि यह जल्दी खराब नहीं होते. इसकी वजह शुद्ध मावा, यहां का पानी, दूध व उसकी घुटाई को माना जाता है. त्योहारी सीजन के अलावा सालभर पेड़ों की डिमांड देशभर से आती रहती हैं.
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Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : October 18, 2023, 14:28 IST
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