रेलवे SP, DSP सहित 6 पर केस, ग्रामीणों ने उठाया शव, GRP की मौजूदगी में अंतिम संस्कार

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हिसार. जीआरपी से सेवानिवृत्त और बिचपड़ी निवासी पूर्व इंस्पेक्टर रघुबीर सिंह की मौत मामले में रेलवे एसपी संगीता कालिया, डीएसपी गुरदयाल सिंह, एसआई कश्मीर सिंह, एसआई जोगिंद्र सिंह, ईएसआई महेंद्र सिंह, एचसी सुरेंद्र कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. जीआरपी थाना हिसार में मृतक रघुबीर सिंह के साले सुबेसिंह के बयान पर धारा 306, 34 के तहत पुलिस ने कार्रवाई की है.

एफआईआर की कापी मिलने के बाद मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने शव उठा लिया. इसके बाद परिजन नागरिक अस्पताल से एंबुलेंस के जरिए रघुबीर सिंह के शव को गांव बिचपड़ी में लेकर गए और दोपहर साढ़े तीन शव का अंतिम संस्कार हुआ. उस दौरान जीआरपी हिसार थाना से थाना प्रभारी व चार पुलिसकर्मी मौजूद रहे. इनकी मौजूदगी में मृतक के बेटे अनिल ने मुखाग्नि दी. इसी के साथ ग्रामीणों ने धरना भी खत्म कर दिया.

पूर्व इंस्पेक्टर रघुबीर सिंह की मौत का मामला आखिर सोमवार को सुलझ गया. मगर अभी मामले की जांच बाकी है, उसी में पता चलेगा कि आत्महत्या के पीछे कौन शामिल हैं. इसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, गृह मंत्री अनिल विज और एडीजीपी श्रीकांत जाधव के निर्देशानुसार परिजनों की मांग पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है और एसआइटी गठित की है. अब एसआइटी मामले में शामिल सभी पुलिस अधिकारी व कर्मियों से पूछताछ करेगी. ऐसे में जांच निष्पक्ष होनी चाहिए. वरना पुलिस अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर जांच में विलंब कर सकते हैं. सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे मृतक रघुबीर के परिजन व ग्रामीण नागरिक अस्पताल में पहुंच गए थे और दोपहर 2 बजे के बाद एफआईआर की कापी मिली. कुछ देर तक इंटरनेट न चलने के कारण देरी हुई.

यह था मामला

बिचपड़ी निवासी पूर्व इंस्पेक्टर रघुबीर सिंह का शव शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे सरसौद-पंघाल के बीच रेलवे ट्रैक पर मिला था और शरीर के दो हिस्से मिले थे. ट्रैक पर सुसाइड नोट को पत्थरों के नीचे दबाकर रखा हुआ था. रघुबीर सिंह 31 जनवरी 2023 को सेवानिवृत्त हुए थे. इन्होंने बिचपड़ी के लोगों से लिए पैसे जीआरपी के कर्मियों से वापस करवा दिए थे. इसी रंजिश के चलते एचसी सुरेंद्र व महेंद्र ने झूठी रिपोर्ट तैयार कर डीएसपी जीआरपी हिसार से फारवर्ड करवा 14 जुलाई 2022 को रीडर बुधदेव को भेजी. इस पर उनको कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था. उसकी विभागीय जांच भी खुलवा दी. उन्होंने सीएम, गृह मंत्री व डीआइजी रेलवे को शिकायत दी थी.

परिजनों का आरोप है कि इस पर उन पर अंबाला में झूठा मुकदमा दर्ज कराया. रीडर कश्मीरा, जोगेंद्र सिंह एसआई सीआईए जीआरपी हिसार ने आइओ कर्ण सिंह ने रंजिशन मुकदमे में एससी-एसटी की धारा लगवा दी. डीएसपी हिसार ने एसएचओ नरेश को कहा कि मुझ पर एसपी का प्रेशर है और रघुबीर की रड़क निकालनी है. इसके बाद बयान दर्ज करवा दिए और इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई थी. उसी दिन रघुबीर ने यह कदम उठा लिया.

Tags: Haryana police, Hisar news

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