‘मुझे भीख नहीं मांगनी है टीचर…’ ‘श्रीकांत’ ने खोली सबकी आंखें, सिस्टम पर किया करारा प्रहार, लोगों के खड़े हुए रोंगटे

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नई दिल्ली: राजकुमार राव की अगली फिल्म ‘श्रीकांत’ ने एजुकेशन सिस्टम पर करारा प्रहार किया है, जो दिव्यांगों को उनकी शारीरिक असमर्थता के चलते दाखिला नहीं देते. नतीजतन, काबिलियत होने के बावजूद उन्हें किसी अभिशप्त की तरह जिंदगी गुजारनी पड़ती है, लेकिन एक शख्स (श्रीकांत बोला) अपनी जिंदादिली और काबिलियत से सिस्टम को चुनौती देता है और अपनी राह खुद बनाता है. श्रीकांत बोला की कहानी पर बनी फिल्म ‘श्रीकांत’ का ट्रेलर दर्शकों के रोंगटे खड़े कर रहा है.

फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत उस सीन से होती है, जिसमें श्रीकांत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के सामने भारत का पहला ब्लाइंड प्रेसीडेंट बनने की ख्वाहिश जाहिर करता है. वे शानदार नंबर लाने के बाद विज्ञान में उच्च अध्ययन का सपना देखते हैं, लेकिन उन्हें दाखिला लेने में मुश्किलें आती हैं. भारतीय शिक्षा व्यवस्था में दिव्यांग छात्र को विज्ञान विषय पढ़ने की अनुमति न मिलने पर वह इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हैं. आखिरकार, उन्हें एमआईटी की मैरिट स्कॉलरशिप मिल जाती है. फिल्म में ज्योतिका ने उनकी टीचर का रोल निभाया है, जबकि अलाया एफ उनकी लवर बनी हैं.

दिल छू रहा ‘श्रीकांत’ का ट्रेलर
ट्रेलर देखने के बाद दर्शकों की फिल्म से काफी उम्मीदें बढ़ गई हैं. राजकुमार राव जब बोलते हैं, ‘मुझे भीख नहीं मांगनी है टीचर, पढ़ना है’, तो देखने वालों की आंखों में आंसू आ जाते हैं. ट्रेलर लोगों के रोंगटे खड़े कर रहा है. एक यूजर कहता है, ‘ऐस ट्रेलर जिसने दिल छुआ. राजकुमार राव आपने कमाल कर दिया.’ दूसरा यूजर कहता है, ‘रोंगटे खड़े हो गए. बॉलीवुड शानदार काम के साथ ट्रेक पर लौट आया है.’ तीसरा यूजर कहता है, ‘ना खान, ना कुमार, असली टैलेंट राजकुमार राव.’

श्रीकांत बोला के किरदार में छा गए राजकुमार राव
राजकुमार राव ने बायोपिक में उद्योगपति श्रीकांत बोला का किरदार निभाया है. श्रीकांत वह शख्स हैं, जिन्होंने बोलांट इंडस्ट्री की स्थापना की है, जो अकुशल और दिव्यांग लोगों को नौकरी में रखती है. श्रीकांत बोला ने काफी मुश्किलों के बीच एमआईटी से पढ़ाई की. उन्होंने भारत लौटकर उन लोगों के लिए नौकरी के अवसर पैदा किए, जो अक्षम हैं.

Tags: Bollywood news, Entertainment news., Rajkumar Rao

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