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नई दिल्ली. 70 के दशक का वो सुपरस्टार जिसने एंट्री करते ही अमिताभ बच्चन को सीधे तौर पर टक्कर दी. अपने करियर में इस एक्टर ने कभी एक्शन हीरो, कभी रोमांटिक तो कभी विलेन की अपनी इमेज से दर्शकों के दिल पर राज किया. टैलेंट के दम पर ऐसा स्टारडम पाया कि मेकर्स इन्हें अपनी हर फिल्म में कास्ट करने का सपना देखा करते थे. अमृता सिंह के साथ तो इस एक्टर के अफेयर की खबरें खूब फैली थी.
नेगेटिव रोल से करियर की शुरुआत करने वाले इंडस्ट्री के वो दिग्गज अभिनेता विनोद खन्ना हैं. विनोद खन्ना ने नेगेटिव रोल निभाकर भी दर्शकों को दिलों पर लंबे समय तक राज किया. 1971 में तो एक फिल्म में उन्होंने धर्मेंद्र को भी मात दे दी थी. 70 के दशक में तो वह मेकर्स की पहली पसंद बने हुए थे. अपने हर किरदार से उन्होंने ये साबित किया कि वह इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकारों में से एक हैं. हालांकि करियर के पीक पर उन्होंने एक समय में एक्टिंग को अलविदा भी कह दिया था. विनोद खन्ना का स्टारड ऐसा था कि एक फिल्म में उनसे काम कराने के लिए महेश भट्ट उनके पीछे अमेरिका तक चले गए थे.
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विनोद खन्ना को मनाने जब अमेरिका गए महेश भट्ट
साल 1986 में महेश भट्ट एक फिल्म बना रहे थे जिसका नाम था शत्रुता. इस फिल्म मेंनसीरुद्दीन शाह और रेखा भी अहम भूमिका में नजर आने वाले थे. शूटिंग 75 प्रतिशत कप्लीट हो चुकी थी कि बीच में ही विनोद खन्ना ने इस फिल्म को छोड़ने का मन बना लिया था. वो इस फिल्म को छोड़कर अमेरिका चले गए. प्रोड्यूसर ने उन्हें फोन किया तो उन्होने उठाना बंद कर दिया, तब महेश भट्ट खुद विनोद खन्ना को मनाने के लिए अमेरिका गए थे. लेकिन बात नहीं बन पाई. किसी तरह जब विनोद खन्ना वापस आए तो फिल्म कंप्लीट हुई जो कि कभी रिलीज ही नहीं हो पाई.
धर्मेंन्द्र और आशा पारेख की इस सुपरहिट फिल्म में धर्मेंद्र जैसे दिग्गज अभिनेता के होते हुए भी विनोद खन्ना फिल्म से सारी लाइमलाइट लूट ले गए थे.
शानदार रहा फिल्मी करियर
विनोद खन्ना ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया. उन्होंने लंबे समय तक हिंदी सिनेमा में पर राज किया है. अपने करियर में उन्होंने परवरिश, मुकद्दर का सिकंदर, पांच दुश्मन, शंकर शंभु, अमर अकरबर एंथनी, जमीर और चांदनी जैसी कई फिल्मों के जरिए अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था. विनोद के कुछ किरदार तो आज भी लोगों के जहन में बसे हुए हैं. वह एक्टर होने के साथ एक राजनेता भी थे.
बता दें कि साल 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के विनोद खन्ना पेशावर से निकलकर परिवार के साथ मायानगरी मुंबई आ गए थे. इसके बाद वह दिल्ली में रहने आए थे. दिल्ली पब्लिक स्कूल में विनोद की पढ़ाई शुरू की थी. वहीं उनके एक टीचर ने विनोद खन्ना का एक्टिंग और ड्रामा की ओर रुझान कराया था. उस टीजर की वजह से विनोद खन्ना एक्टिंग में करियर बनाने के बारे में सोचने लगे थे. एक्टिंग में किए गए सफर की शुरुआत उनकी सिल्वर स्क्रीन तक जारी रही.
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Tags: Amitabh Bachachan, Entertainment Special, Vinod Khanna
FIRST PUBLISHED : February 17, 2024, 21:26 IST
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