कभी एक्टर पर फिदा थीं शाहरुख की हीरोइनें, सपोर्टिंग रोल कर टूटा हीरो बनने का सपना, कहां गुम हैं दीपक तिजोरी

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नई दिल्ली : दीपक तिजोरी (Deepak Tijori) 90 के दशक के जाने माने अभिनेता हैं. ज्यादातर फिल्मों में हीरो के दोस्त का रोल हमेशा से उनके लिए खास रहा है और वह इस तरह के रोल निभाने में एक्सपर्ट भी रहे हैं. शाहरुख खान के साथ वह फिल्म ‘कभी हां कभी ना’ में भी नजर आए थे. इस फिल्म में वह शाहरुख खान की हीरोइन को उड़ा कर ले गए थे. फिल्म के क्लाइमैंक्स में हीरोइन उन्हीं के साथ चली जाती है. ये पहली बार नहीं था बल्कि दो बार फिल्मों में शाहरुख की हीरोइन दीपक तिजोरी संग नजर आई. लेकिन ये सपोर्टिंग रोल ही दीपक के करियर के लिए भारी पड़ गए थे.

दो दशकों से ज्यादा फिल्मी दुनिया में सक्रिय रहने वाले दीपक ने अपने करियर की शुरुआत साल 1988 की फिल्म ‘तेरा नाम मेरा नाम’ से की. वह ‘क्रोध, आशिकी, दिल है कि मानता नहीं, सड़क, खिलाड़ी, बेटा, जो जीता वही सिकंदर, अंजाम, फरेब, खामोश… खौफ की रात, दो लफ्जों की कहानी, आशिकी गुलाम, नाजायज, बादशाह’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में नजर आए. लेकिन फिर भी एक्टिंग की दुनिया में वह अपनी धाक नहीं जमा पाए और देखते ही देखते ग्लैमर की इस दुनिया से गायब होते चले गए. हालांकि दीपक हीरो बनने का सपना लेकर आए थे लेकिन फिल्मों में उन्हें हमेशा ही सपोर्टिंग रोल ही ऑफर हुए.

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जब शाहरुख की हीरोइन को ले उड़े थे दीपक
अपने करियर में दीपक भले ही सपोर्टिंग रोल अदा किए हों. लेकिन उनके हर किरदार की फिल्म में अलग अहमियत होती थी. अपने दौर के वह पॉपुलर एक्टर रहे हैं. इंडस्ट्री में उनका एक अलग ही चार्म था. लड़कियां उन पर फिदा थीं, लेकिन अपने ऐसे जबरदस्त क्रेज के बाद भी वह कभी हीरो के रूप में अपनी पहचान नहीं बना पाए. उन्हें हमेशा हीरो के दोस्त के ही किरदार ऑफर होते रहे. शायद यही किरदार उनके करियर भारी पड़े और वह कभी हीरो नहीं बन पाए. जबकि दो फिल्मों कभी हां कभी ना और अंजाम वह शाहरुख की हीरोइनें ले उड़े थे. पहली फिल्म में तो शाहरुख की हीरोइन उन्हें छोड़ क्रिस यानी दीपक तिजोरी के साथ चली जाती है.

एक्टिंग ही नहीं निर्देशन में भी आजमाया हुनर
जब दीपक बतौर हीरो अपनी जगह बनाने कामयाब नहीं हो पाए तो उन्होंने निर्देशन में भी हाथ आजमाया लेकिन उनका ये दाव भी उल्टा ही साबित हुआ. यहां भी वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए. साल 2003 में बतौर डायरेक्टर उनकी पहली फिल्म बोल्ड कंटेंट के चलते विवादों में उलझी रही. इसके अलावा ‘टॉम डिक और हैरी’, ‘खामोशी-खौफ की एक रात’ भी लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आई थी.

बता दें कि अपने एक्टिंग करियर में भले ही सपोर्टिंग रोल में लेकिन दीपक ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था. उन्होंने राहुल राय के साथ ‘आशिकी’,आमिर खान के साथ ‘जो जीता वही सिकंदर’,‘खिलाड़ी, गुलाम, बादशाह, कभी हां कभी ना’ जैसी कई फिल्मों में साइड रोल निभाए थे. ये उनके करियर की वो फिल्में थी जो सुपरहिट साबित हुई थीं. इन सभी फिल्मों में वह सहायक अभिनेता के तौर पर नजर आए थे. इसके अलावा साल 2020 में वेब सीरीज इल्लीगल जस्टिस ऑउट ऑफ ऑर्डर में भी वह नजर आए थे. इसके बाद से वह पर्दे से गायब हैं.

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