Success in extraditing 33 fugitives cbi interpol launched special campaign

[ad_1]

नई दिल्ली. सीबीआई (CBI) ने इंटरपोल (Interpol) की सहायता से एक साल के भीतर ही 33 भगोड़ों को प्रत्‍यर्पित कराने में सफलता पाई है. इसके लिए एक विशेष ऑपरेशन चलाया गया ओर इसका कोडनेम ‘त्रिशूल’ रखा गया था. सूत्रों का कहना है कि देश से भागे अपराधियों का पता लगाना और उन्‍हें पकड़कर वापस लेकर आना और कानूनी कार्रवाई कराना ही इसका मुख्‍य उद्देश्‍य रहा है. ऑपरेशन ‘त्रिशूल’ के तहत 2022 में 27 भगोड़ों को वापस लाया जबकि 2023 के तीन महीनों 6 अन्‍य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. दरअसल बीते साल इंटरपोल के सम्‍मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी ओर गृह मंत्री अमित शाह ने ऐसे ऑपरेशंस की आवश्‍यकता पर जोर दिया था.

सूत्रों ने कहा कि इस ऑपरेशन के तहत प्रत्यर्पण की कड़ी में सबसे नया नाम मोहम्मद हनीफा मक्कत का है, जिसे केरल पुलिस द्वारा अपहरण और हत्या के एक सनसनीखेज मामले में वांछित था. TOI के अनुसार सूत्रों ने पुष्टि की है कि उसे रविवार को सऊदी अरब से प्रत्यर्पित किया गया था. मक्कत के खिलाफ एक रेड नोटिस था और वह 2006 में एक व्यक्ति की हत्या के लिए कोझिकोड में पुलिस द्वारा वांछित था. वह कथित तौर पर हत्या के बाद विदेश भाग गया था और 17 साल बाद कानून ने उसे पकड़ लिया. इसकी जानकारी देते हुए एक अफसर ने बताया कि ‘इंटरपोल के रेड नोटिस के आधार पर, हमने यह पाया कि यह आरोपी सऊदी अरब में है. इसके लिए कई महीनों तक सतत निगरानी और सूचना नेटवर्क पर निगरानी रखी गई.

त्रिशूल के तहत 2022 में 27 संदिग्धों का प्रत्यर्पण किया गया
इसके बाद इंटरपोल- सऊदी अरब से आरोपी को पकड़ने में मदद का आग्रह किया गया. इधर, सऊदी अरब ने भारत से अपील करते हुए अफसरों की एक टीम जो उस आरोपी को पकड़ने और वापस भारत लाने का काम कर सके; भेजने को कहा था. उसे केरल पुलिस की एक टीम लेकर आ चुकी है. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने पिछले एक साल में इंटरपोल के साथ समन्वय किया है. यह एक विशेष ऑपरेशन के हिस्से के रूप में हुआ है, जिसका कोडनेम ‘त्रिशूल’ है, जिसका उद्देश्य देश से भागे अपराधियों का भू-पता लगाना और उन्हें वापस लाना है. त्रिशूल के तहत 2022 में 27 संदिग्धों का प्रत्यर्पण किया गया था. इस साल, हर महीने औसतन दो संदिग्धों का प्रत्यर्पण किया गया है, पहली तिमाही में यह संख्या पहले से ही छह को छू रही है.

भगोड़ों का पता लगाने में मदद करें
इस ऑपरेशन के तहत प्रत्यर्पण की श्रृंखला में नवीनतम मोहम्मद हनीफा मक्कत नाम का एक संदिग्ध है, जिसे केरल पुलिस द्वारा अपहरण और हत्या के एक सनसनीखेज मामले में वांछित था. सूत्रों ने पुष्टि की कि उसे रविवार को सऊदी अरब से प्रत्यर्पित किया गया था. मक्कत के खिलाफ एक रेड नोटिस था और वह 2006 में एक व्यक्ति की हत्या के लिए कोझिकोड में पुलिस द्वारा वांछित था. वह कथित तौर पर हत्या के बाद विदेश भाग गया था और 17 साल बाद कानून ने उसे पकड़ लिया. अधिकारी ने कहा कि ‘इंटरपोल के रेड नोटिस के आधार पर, विषय कई महीनों की निगरानी और सूचना नेटवर्क के उपयोग के बाद पता चला कि आरोपी सऊदी अरब में था. इंटरपोल-सऊदी अरब ने आरोपी का पता लगाने के बाद हमें सतर्क किया और हमें इसको भारत वापस लाने के लिए एक टीम भेजने का अनुरोध किया गया था.

Tags: CBI, Interpol

[ad_2]

Source link