Rising India, Real Heroes: गोबर-मिट्टी से बनी ईंट और प्लास्टर, जैविक घर बनाने वाले शिव दर्शन मलिक

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राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले पूर्व केमिस्ट्रिी प्रोफेसर शिव दर्शन मलिक ने कंक्रीट के विकल्प के रूप में गाय के गोबर, मिट्टी और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों से बने वैदिक प्लास्टर और गोक्रीट ईंटें विकसित की हैं. जलवायु परिवर्तन में कंक्रीट का प्रमुख योगदान है, क्योंकि यह बड़ी मात्रा में कार्बन फुटप्रिंट पैदा करता है और ऐसे मलबे का उत्पादन करता है, जिसे रिसाइकिल नहीं किया जा सकता.

प्रो. मलिक का वैदिक प्लास्टर, जो कंक्रीट से बनी संरचनाओं में दीवारों को चिकना करने के लिए उपयोग किए जाने वाले पारंपरिक चीजों की जगह लेता है. साथ ही यह ब्रीदेबल (ऑक्सीजन को अब्जॉर्ब) है और कमरों को ठंडा रखता है. इस बीच, उनकी गोक्रीट ईंटें 70 फीसदी तक हीट रेडिएशन को रोक सकती हैं और पर्यावरण के अनुकूल गुण रखती हैं.

यहां देखें शिव दर्शन मलिक की कहानी-

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प्रो. मलिक ने पूरे भारत में 15 डीलरों के साथ करार किया है. वह पाठ्यक्रम भी चला रहे हैं, जहां राजस्थान के ग्रामीणों को पर्यावरण के अनुकूल ईंटें बनाना सिखाते हैं. Network18 अपने राइजिंग इंडिया कॉन्क्लेव (Rising India Conclave) के इस संस्करण को  शिव दर्शन मलिक जैसे वास्तविक नायकों के लिए समर्पित कर रहा है, जिन्होंने समाज और दुनिया में असाधारण परिवर्तन लाने की इच्छा शक्ति का प्रदर्शन किया है.

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