Karnataka Election: दल बदलू नेता नहीं जीत सके विश्वास, 2019 में बदला था 8 नेताओं ने पाला, देखना पड़ा हार का मुंह

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बेंगलुरु. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस के सामने भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है. अब इसके बाद हार जीत का गणित बैठाया जाने लगा है. बड़ी बात यह है कि ऐसे उम्मीदवार जिन्होंने पार्टी बदलकर भाजपा की जीत का दावा ठोका था, उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है. ऐसे में यह एक बार फिर साफ हो गया है कि दल बदलू नेताओं पर जनता भी विश्वास नहीं करती है. ये वे नेता हैं, जिन्होंने साल 2019 में पाला बदलकर भाजपा का हाथ थामा था.

जीत के बाद सामने आए चुनावी गणित से सामने आया है कि भाजपा का हाथ थामने वाले 8 विधायकों को इस चुनाव में मुंह की खानी पड़ी है. कांग्रेस के 13 और जनता दल (सेक्युलर) के तीन विधायकों ने 2019 में कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. इस कारण एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस और जद (एस) की 14 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गिर गई थी.

येदियुरप्पा सरकार में बने मंत्री
इसके बाद स्पीकर द्वारा अयोग्य घोषित किए गए इनमें से 16 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे. इनमें से अधिकांश ने 2019 में उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल कर बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में मंत्री भी बने. शनिवार को जब चुनाव परिणाम घोषित किए गए तो प्रतापगौड़ा पाटिल मस्की निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के बसनगौड़ा तुर्विहाल से 13,053 मतों से हार गए. इसी तरह बीसी पाटिल (हिरेकेरूर) को कांग्रेस के उजनेश्वर बसवनप्पा बनाकर से 15,020 मतों से हार का सामना करना पड़ा.

किसे कितने मतों से मिली हार
उधर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर (चिक्काबल्लापुरा) को कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप ईश्वर से 10,642 मतों से हार मिली. एम टीबी नागराज (होस्कोटे) को कांग्रेस उम्मीदवार शरथ कुमार बाचेगौड़ा से 5,150 मतों से हार मिली जबकि श्रीमंत पाटिल (कगवाड) को कांग्रेस के बलरामपुरौडा अलगौड़ा कागे ने 8,827 मतों से हराया. महेश कुमाथल्ली (अथानी सीट) को लक्ष्मण सावदी ने 76,122 मतों के अंतर से हराया. सावदी ने भाजपा छोड़कर चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन लिया था. केसी नारायण गौड़ा (के आर पेट) और आर शंकर (रानीबेन्नूर) भी चुनाव हार गए और वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में तीसरे स्थान पर रहे.

आनंद सिंह को भी मात
भाजपा ने विजयनगर निर्वाचन क्षेत्र से सिद्धार्थ सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा था. वह मंत्री आनंद सिंह के बेटे हैं. आनंद सिंह भी पाला बदलने वाले विधायकों में शुमार थे. उन्हें एच आर गवियप्पा से 33,723 मतों से हार का सामना करना पड़ा. रोशन बेग और एएच विश्वनाथ ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था. हालांकि, शिवराम हेब्बार (येलापुर), एस टी सोमशेखर (यशवंतपुर), बिराती बसवराज (के आर पुरम), एन मुनिरत्ना (आर आर नगर), रमेश जारकीहोली (गोकाक) और के गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट) ने चुनाव में जीत दर्ज की.

Tags: BJP, Congress, Karnataka Assembly Election 2023

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