40 की उम्र के बाद महिलाएं जरूर कराएं 2 टेस्ट, मौत का खतरा होगा कम, डॉक्टर से जानें 5 बड़ी बातें

[ad_1]

हाइलाइट्स

उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं को कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को स्क्रीनिंग करवानी चाहिए.

International Women’s Day 2024: उम्र बढ़ने के साथ सेहत से जुड़ी समस्याएं पैदा होने लगती हैं. खासतौर से महिलाओं को बढ़ती उम्र में ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 40 साल के बाद महिलाओं को अपनी सेहत को लेकर बेहद सावधान होने की जरूरत होती है. इस दौरान अगर वे हेल्थ को लेकर जरूरी कदम उठा लें, तो कई जानलेवा बीमारियों से बचा जा सकता है. दुनियाभर में कैंसर महिलाओं के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. कुछ तरह के कैंसर महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करते हैं. इनसे बचने के लिए वैक्सीन से लेकर स्क्रीनिंग कराने की जरूरत होती है. डॉक्टर्स की मानें तो महिलाओं को कैंसर से बचने के तरीके जान लेने चाहिए, ताकि इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सके.

नई दिल्ली के मिनिमल एक्सेस स्मार्ट सर्जरी हॉस्पिटल (MASSH) के ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. सचिन अम्बेकर के मुताबिक महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर सबसे ज्यादा कॉमन होता है. इसके बाद सर्वाइकल कैंसर का नंबर आता है. ये दोनों कैंसर महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, हर साल 6.85 लाख से ज्यादा महिलाओं की ब्रेस्ट कैंसर और 3.42 लाख महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर से मौत हो जाती है. कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन सही कदम उठाने से कैंसर से बचाव किया जा सकता है. सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वजह से होता है और 9 से 14 साल की उम्र की लड़कियों को एचपीवी वैक्सीन लगाकर इस कैंसर से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है. इसके अलावा अच्छी आदतें अपनाने से कैंसर का खतरा कम हो सकता है.

डॉ. सचिन अम्बेकर की मानें तो कैंसर का जल्दी पता लगाना और जांच करवाना बहुत ज़रूरी है. अगर ब्रेस्ट, सर्वाइकल या ओवरी समेत किसी भी कैंसर का शुरुआती स्टेज में पता चल जाए और इलाज शुरू कर दिया जाए, तो उसे ठीक करने की संभावना काफी बढ़ जाती है. कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर हुआ है, तो आपके लिए भी खतरा ज्यादा होता है. मोटापा, धूम्रपान और शराब पीने की आदत भी कैंसर का कारण बन सकती है. खासतौर पर स्तन कैंसर में अगर मां या नानी को ये बीमारी हुई है, तो उस महिला को भी खतरा ज्यादा हो सकता है. ऐसा खास जीन बीआरएसी1 या बीआरएसी2 में हुए में म्यूटेशन या बदलाव के कारण भी हो सकता है. यह जीन माता-पिता से बच्चों को मिलते हैं.

डॉक्टर कहते हैं कि सभी महिलाओं को 40 की उम्र के बाद ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की जांच जरूर करवानी चाहिए. अगर किसी महिला को ब्रेस्ट में कोई गांठ महसूस हो रही हो, तो उसे तुरंत गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर जांच करवानी चाहिए. अगर किसी तरह की अबनॉर्मल ब्लीडिंग महसूस हो, तो सर्वाइकल कैंसर की जांच करवानी चाहिए. इसके अलावा शरीर के किसी भी अंग में कोई परेशानी महसूस हो, तो इसे लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करना चाहिए. आमतौर पर महिलाओं को कैंसर का खतरा 15 से 65 साल की उम्र में ज्यादा होता है. ऐसे में शुरू से ही महिलाओं को सेहत को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए. हेल्दी फूड्स से भरपूर डाइट लेनी चाहिए और खुद को एक्टिव रखना चाहिए. इससे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकेगी.

यह भी पढे़ं- सेहत के लिए फ्रूट जूस ज्यादा फायदेमंद या वेजिटेबल जूस? डाइटिशियन से जानें हकीकत, हमेशा रहेंगे हेल्दी

यह भी पढ़ें- पेट साफ करने में चमत्कारी है यह देसी तेल, दूध में सिर्फ 3 चम्मच मिलाकर पिएं, सुबह टॉयलेट पहुंचना होगा मुश्किल

Tags: Cancer, Health, Lifestyle, Womens day

[ad_2]

Source link