‘मुझे अपमानित किया…’, कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर ज्‍योतिरादित्‍या सिंधिया ने तोड़ी चुप्पी

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नई दिल्‍ली. नागरिक उड्डयन मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया को कांग्रेस की नई पीढ़ी का नेता माना जाता था. ऐसा समझा जाता था कि आने वाले वक्‍त में वो कांग्रेस पार्टी में कोई बड़ी जिम्‍मेदारी उठाएंगे. इसके उलट सिंधिया ने साल 2020 में ना सिर्फ कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया बल्कि कमलनाथ सरकार को गिरा भी दिया. शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्‍व में बीजेपी की सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका रही. आखिर ऐसा क्‍या हुआ कि ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने अचानक कांग्रेस छोड़ दी. यह सवाल पूछे जाने पर उनके हाव-भाव बदल गए. मानो उनका कांग्रेस पार्टी को लेकर दर्द खुलकर सामने आ गया हो. सिंधिया ने खुलकर कांग्रेस में रहते हुए अपनी तकलीफ जगजाहिर की.

इंडिया इकनॉमिक कॉन्‍क्‍लेव में ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया से कांग्रेस पार्टी छोड़ने को लेकर सवाल पूछा गया था। इसपर उन्‍होंने कहा, “मुझे मुख्‍यमंत्री की कुर्सी का लोभ नहीं था. जब बताया गया कि किसी और को इस पद के लिए चुना गया है तो भी मुझे रत्‍तीभर फर्क नहीं पड़ा. मध्‍यप्रदेश का मुख्‍यमंत्री पद न मिलना कांग्रेस छोड़ने का कारण नहीं था. कांग्रेस छोड़ने की असली वजह अपमान था. जब मध्‍यप्रदेश चुनाव के नजीते आए तो बैठक के बाद मुझे बताया गया कि मुख्‍यमंत्री कौन बन रहा है. मैंने उस नाम का समर्थन किया.”

ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने आगे कहा, “मैंने खुद मुख्‍यमंत्री के नाम का ऐलान किया था. पद तो कोई वजह थी ही नहीं. कांग्रेस छोड़ने का फैसला मैंने तब किया था जब तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री ने कुर्सी पर बैठकर मेरा सम्‍मान नहीं किया. मैं हर किसी चीज के साथ समझौता करता रहा. लेकिन सेल्‍फ रिस्‍पेक्‍ट के साथ कतई कॉम्‍प्रोमाइज नहीं कर सकता था. मैंने अपनी जिंदगी में कभी भी अपने आत्‍मसम्‍मान के साथ समझौता नहीं किया है. यही वजह है कि मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया.”

Tags: BJP, Congress, Jyotiraditya Scindia, Kamal nath

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