गृहमंत्री अमित शाह ने की बाढ़ प्रबंधन की समीक्षा, मौसम के अपडेट में टेक्नोलॉजी पर जोर, गांव में तैयार होंगे गोताखोर

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नई दिल्ली. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आने वाले मानसून को लेकर देशभर में बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की है. उन्होंने इसको लेकर दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक की और मौसम को लेकर की जाने वाली वैज्ञानिक भविष्यवाणी और बाढ़ प्रबंधन को और बेहतर बनाने पर बल दिया. गृह मंत्री ने मौसम संबंधी भविष्यवाणी अगले मॉनसून तक मौजूदा 5 से बढ़ाकर 7 दिन करने के लिए कहा है, जिससे बाढ़ प्रबंधन और बेहतर हो सके.

अमित शाह ने बाढ़ और आपदा संबंधी जानकारी का विश्लेषण करने के लिए गृह मंत्रालय और NDMA द्वारा मार्च 2024 तक एक कॉमन सॉफ्टवेयर विकसित करने के निर्देश दिए हैं. इससे भविष्यवाणी करने वाली ऐजेंसीज़ को तत्काल वैज्ञानिक डेटा मिल सकेगा. बैठक के दौरान सरकार की आपदा मित्र योजना में गांवों में उपलब्ध परंपरागत गोताखोरों को भी बचाव का प्रशिक्षण दिए जाने को कहा गया है.

बाढ़ समस्याओं की समीक्षा
गृह मंत्री ने देश की स्थानीय बाढ़ समस्याओं को कम करने के लिए एक व्यापक नीति तैयार करने के लिए दीर्घकालिक उपायों की भी समीक्षा की. केंद्रीय गृह मंत्री ने अधिकारियों को देश के प्रमुख जलग्रहण क्षेत्रों में बाढ़ और जलस्तर में वृद्धि की भविष्यवाणी के लिए एक स्थायी प्रणाली बनाने के लिए केन्द्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच समन्वय मजबूत करने के प्रयास जारी रखने का निर्देश दिया.

जनता तक समय पर पहुंचे मौसम की अपडेट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और केंद्रीय जल आयोग (CWC) जैसे विशिष्ट संस्थान मौसम और बाढ़ के अधिक सटीक पूर्वानुमान के लिए अपनी तकनीकों का उपयोग जारी रखें, SMS, टीवी, FM रेडियो और अन्य माध्यमों से जनता तक बिजली गिरने के बारे में IMD की चेतावनी समय पर पहुंचे.

IMD के इन ऐप से पूर्वानुमान
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि IMD द्वारा विकसित ‘उमंग’, ‘रेन अलार्म’ और ‘दामिनी’ जैसे मौसम पूर्वानुमान से संबंधित विभिन्न मोबाइल ऐप का लाभ लक्षित आबादी तक पहुंचाने के लिए इनका अधिक से अधिक प्रचार प्रचार किया जाना चाहिए.

Tags: Amit shah, Monsoon Session, New Delhi news, Weather Alert

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