[ad_1]
UNESCO: बीते दिनों यूनेस्को की एग्जीक्यूटिव बोर्ड मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ हुई. दरअसल, इस बात यूनेस्को की बोर्ड मीटिंग में भारत का पक्ष रखने की जिम्मेदारी भारतीय राजदूत विशाल वी शर्मा को मिली. राजदूत विशाल वी शर्मा ने अपने संबोधन में पीएम मोदी के ‘मन की बात’ को शामिल करते हुए इस कार्यक्रम को दुनिया का सबसे बड़ा ब्रॉडकास्ट बताया.
भारतीय राजदूत विशाल वी शर्मा ने पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भागीदारी के लिए यूनेस्को महानिदेशक को धन्यवाद दिया. उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड का रेडियो ब्रॉडकास्ट 30 अप्रैल को प्रसारित किया गया था. इस ब्रॉडकास्ट को 11 विदेशी भाषाओं सहित 52 भारतीय भाषाओं में अनुवादित कर 600 से अधिक रेडियो स्टेशनों और 125 टेलीविजन चैनलों के माध्यम से 217 मिलियन लोगों तक पहुंचाया गया था.
भारत को बताया युद्ध नहीं, बुद्ध का देश
भारतीय राजदूत विशाल वी शर्मा ने अपने संबोधन में भारत को युद्ध नहीं, बुद्ध का देश बताया है. उन्होंने कहा कि भारत बुद्ध की भूमि है. भारत ने 28 अप्रैल को वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस सम्मेलन में म्यांमार, थाईलैंड, वियतनाम, श्रीलंका, मंगोलिया आदि सहित 30 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे.
उन्होंने कहा कि वॉर का अर्थ हिंदी भाषा में युद्ध है, जबकि बुद्ध शब्द का उपयोग भगवान के लिए किया जाता है. बुद्ध यानी करुणा के प्रतीक. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की बात को दोहराते हुए कहा कि भारत ने युद्ध शब्द नहीं, बुद्ध शब्द दिया है. बुद्ध का मार्ग, भविष्य का मार्ग है, यही स्थिरता का मार्ग है.
.
Tags: Man Ki Baat, PM Modi, Pm narendra modi, UNESCO
FIRST PUBLISHED : May 17, 2023, 23:52 IST
[ad_2]
Source link