[ad_1]
रिपोर्ट-मनमोहन सेजू
बाड़मेर. शौक और हुनर क्या नहीं करा सकता. वो पत्थर में भी फूल उगा सकता है. बाड़मेर में ऐसे ही एक शख्स हैं जो बाजार में मिल रही केमिकल भरी सब्जियां नहीं खाना चाहते थे. ताजे फल सब्जियों के शौकीन इस शख्स ने घर को ही खेत बना डाला. वो भी छत पर और गमलों में. पूरे 300 गमलों में पूरा सब्जी बाजार लग गया है.
बाजार में सब्जियां तो सभी तरह की मिल जाती हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं की वे ताजी ही हों. इसलिए शहर में लोग तरह तरह के प्रयोग कर रहे हैं. अपने घर के आंगन, खाली पड़ी जगह और यहां तक कि छत और छोटे से टैरेस तक पर किचन गार्डन लगाने लगे हैं. राजस्थान के सरहदी बाड़मेर शहर में एक व्यवसायी गणेश कुमार ने किचन गार्डन लगाया है और वो भी घर की छत पर. ये गार्डन उन्हें भरपूर सब्जी दे रहा है.
‘कबाड़ से जुगाड़’
गणेश कुमार के इस टैरेस गार्डन में धनिया, पालक, बैंगन, पत्तागोभी, मूली, भिंडी और टमाटर सहित कई सब्जियां उगी हुई हैं. गणेश ने यूट्यूब देखकर सब्जियों का ये बागान तैयार किया है. दिलचस्प बात ये है कि इस काम में उन्हें ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़े. कभी-कभी ही वह बगीचे के लिए पैसे खर्च करते है क्योकि उनका सीधा-सा फंडा है- ‘कबाड़ से जुगाड़’ और इसी से उन्होंने अपना बगीचा तैयार किया है.
ये भी पढ़ें- उदयपुर दूसरी बार वर्ल्ड टूर प्रोग्राम में शामिल, जानिए क्या होता है इसमें और देखिए खूबसूरत तस्वीरें
टैरेस गार्डन में रबी-खरीफ फसल
गणेश बताते हैं मौसम के अनुसार घर में सब्जी उगाई जा सकती हैं. खरीफ के मौसम में भिंडी, मिर्च, टमाटर, करेला, लौकी और शकरकंद जैसी सब्जियां उगाई जा सकती हैं. रबी के मौसम में फूल गोभी, पत्तागोभी, बैंगन, मूली, गाजर, टमाटर, मटर, प्याज, लहसुन, पालक और मैथी उगाते हैं.
सबकी बदल गयी राय
गणेश कुमार ने जब किचन गार्डंन की शुरुआत की थी तो परिवार वालों ने भी खूब ताने मारे. शुरुआत में तो परिवार के लोग कहते थे कि पूरा कबाड़ कर दिया है. लेकिन जब सब्जियां उगीं तो सबकी राय बदल गयी. अब पूरा परिवार इसमें सहयोग करता है. वो बताते हैं घर पर सब्जियां उगाने के कई फायदे हैं. एक तो मनपंसद शुद्ध सब्जियां घर में ही मिल जाती हैं और खर्च भी कम होता है.
.
Tags: Barmer news, Farming in India, Life style, Local18
FIRST PUBLISHED : February 23, 2024, 19:49 IST
[ad_2]
Source link