Opinion: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों ने दुनिया में बढ़ाया देश का मान, दुनिया भर में मोदी डंका

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी सफल यात्रा के बाद आज सुबह भारत लौट आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए हुए थे. पीएम के इन तीनो देशो के दौरे ने एक बात तो साबित कर दिया कि दुनिया में भारत का डंका बज रहा है. दुनिया के बड़े बड़े विकसित देश में भारत का मान सम्मान सर चढ़कर है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये सफल यात्रा जापान से शुरू हुई थी। यहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी- 7 शिखर सम्मेलन और क्वाड देशो के पीएम से मिले थे. जापान के शहर हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्व के शीर्ष नेताओं से मुलाकात हुई। यहाँ उन्होंने कई विश्व नेताओं से मुलाकात की, जिनमें यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, जापानी समकक्ष किशिदा, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक येओल और ब्रिटिश प्रीमियर ऋषि सुनक शामिल थे।

बाइडेन हुए मोदी के मुरीद

लेकिन जापान में जिस तरीके से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान जिस तरीके से किया उससे ये साफ हो गया कि दुनिया के बड़े देश भारत को किस नज़रिये से देख रहे है. क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन और पीएम मोदी के बीच मुलाकात में वो गर्मजोशी दिखी जिससे दुनिया स्तब्ध हो गयी। दोनों नेताओं ने एक दूसरे का अभिवादन किया और आपस में गले मिले. जो बाइडेन ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि अमेरिका में आपकी बहुत लोकप्रियता है. यहाँ तक की जो बाइडेन ने पीएम मोदी से कहा मुझे आपका ऑटोग्राफ चाहिए। जो बाइडेन का पीएम मोदी का ऑटोग्राफ मांगना दुनिया में मोदी के हनक को बताता है.

ये वो ही नरेंद्र मोदी है की जिसे अमेरिका ने अपने देश में आने के लिए वीजा देने से मना कर दिया था, आज आलम ये है कि ना केवल दुनिया में पीएम के नाम की डंका बज रही है बल्कि दुनिया के बड़े देश पीएम के नीतियों के मुरीद हो रहे है.

पीएम मोदी के सम्मान और उनके बढ़ते कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि क्वाड सम्मेलन के दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने पीएम मोदी की अमेरिका में लोकप्रियता पर शिकायत कर दी. दरअसल, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बाइडेन और अल्बनीज एक साथ थे तो इसी दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन पीएम मोदी के पास आए और कहने लगे कि आजकल वे एक अलग तरह की चुनौती का सामना कर रहे हैं. दौरान बाइडेन ने पीएम मोदी कहा,’ आपकी लोकप्रियता जिस तरीके से दुनिया और ख़ास तौर पर अमेरिका में बढ़ी है उससे मेरे लिए भी समस्या पैदा हो गयी है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि अगले महीने हमने आपके लिए वाशिंगटन में डिनर का आयोजन किया है. पूरे देश से हर कोई आना चाहता है. मेरे पास टिकट खत्म हो गए हैं. आपको लग रहा होगा कि मैं मजाक कर रहा हूं, लेकिन मेरी टीम से पूछ लीजिए. मुझे ऐसे लोगों के फोन आ रहे हैं जिनके बारे में मैंने पहले कभी नहीं सुना था. फिल्म अभिनेता से लेकर रिश्तेदार तक सभी, आप बहुत लोकप्रिय हैं.”

अमेरिका के राष्ट्रपति के इस बयान के कई मायने है। पिछले 9 सालो में जिस तरीके से पीएम मोदी का दुनिया में कद बढ़ा है, उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ है इस बात की तस्दीक अमेरिका के राष्ट्रपति के इस बयान से मिलता है.

पीएम मोदी- जैलेंसकी मुलाक़ात के मायने

जापान के यात्रा के दौरान पीएम मोदी और भारत के सफल विदेश नीति का एक और नजारा देखने को मिला। रूस और युक्रेन युद्ध के बाद जिस तरीके से दुनिया दो धडो में दिख रही है. इस मुद्दे पर भारत का रूख दुनिया में एक अलग छाप छोड़ी है. जापान के यात्रा के दौरान ही पीएम मोदी की युक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से द्वीपक्षीये बातचीत हुई. जैलेंसकी ने इस दौरान पीएम को यूक्रेनी शांति सूत्र पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और भारत को युक्रेन की अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करने के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया।

पापुआ न्यू गिनी में बना इतिहास

जापान के सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पापुआ न्यू गिनी पहुचे, लेकिन वहां जो कुछ हुआ वो इतिहास के पन्नो पर दर्ज हो गया. पीएम पापुआ न्यू गिनी में अपने प्लेन से जैसे निचे आये पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री ने प्रोटोकॉल तोडकर और प्रधानमंत्री मोदी के पैर छूकर भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत किया। वाकई ये देश के लिए एक ऐसा गौरव का पल था जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. ऐसा भारतीय इतिहास में ही नहीं बल्कि विश्व इतिहास में भी कभी नहीं हुआ। इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश का गौरव बढाने में अग्रणी भूमिका निभाई है जो काबिल ए तारीफ है।

पापुआ न्यू गिनी के पीएम द्वारा दिया गया सम्मान साधारण नहीं असाधारण है, ये बताता है कि दुनिया छोटे और पिछड़े देशो को जिस तरीके से दुनिया के बड़े देश नज़रअंदाज़ करते हैँ और जिसे दुनिया में कोई तरजीह नहीं दे रहा है उसे भारत से कितना समर्थन मिलता है। पीएम मोदी के इस नीति का परिणाम है को दुनिया में पीएम मोदी को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर देखा जा रहा है रहे।

यहाँ ये बताना भी जरूरी है कि जब से भारत के पास G20 की प्रेसीडेंसी आई है, तब भारत ने कहा कि  G20 केवल भारत के लिए नहीं, पूरे ग्लोबल साउथ के लिए है। क्योंकि कई ऐसे छोटे और गरीब देश हैं, जिनकी अपनी कोई आवाज नहीं है। ऐसे में भारत ने उनकी आवाज उठाई। इसीलिए पूरी दुनिया में भारत की जय जयकार हो रही है।

प्रधानमंत्री मोदी के खाते में एक साथ दो बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मान

इस दौरे में ही प्रधानमंत्री मोदी के खाते में एक साथ दो बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मान भी जुड़ गए हैं. जो एक भारतीय के लिए बड़े सम्मान की बात है।फिजी के पीएम सित्वनी राबुका ने पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया है. आपको बता दूँ कि अबतक ये अवार्ड केवल गिने-चुने गैर-फिजी लोगों को ही ये सम्मान मिला है. ये बताता है कि फिजी ने पीएम मोदी को वर्ल्ड लीडर के तौर पर स्वीकार कर लिया है. इस अवार्ड के अलावा पापुआ न्यू गिनी ने भी पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू’ से नवाजा है.

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने पीएम को कहा “BOSS”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशो के आखिरी पड़ाव में ऑस्ट्रेलिया पहुचे. ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिस तरीके से सम्मान हुआ, दुनिया आश्चर्य में पड़ गयी होंगी.

ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत से लेकर सिडनी में उनके ग्रैंड शो को पूरी दुनिया ने देखा है। पीएम ने सिडनी में इंडियन डायस्पोरा को संबोधित किया। सिडनी में हुए कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथेनी अल्बनीज और उनकी कैबिनेट के साथ कई सीनियर काउंसिलेट भी मौजूद थे. लेकिन जिस तरीके से वहां मोदी मोदी के नारे लगे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथेनी अल्बनीज को पीएम मोदी “बॉस” कहना पड़ा. सिडनी में 20 हजार इंडियन डायस्पोरा के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने ‘बॉस’ कहा। इस कार्यक्रम के दौरान ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा कि उन्होंने कुडोस बैंक एरिना में इससे पहले इतनी भीड़ ब्रूस स्प्रिंगस्टीन के लिए देखी थी। पीएम मोदी के लिए उससे ज्यादा क्रेज दिख रहा है, इसलिए पीएम मोदी असली बॉस हैं।

पीएम मोदी का बढ़ा कद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन देशो का ये दौरा खत्म हो गया है लेकन ये कहना अतिश्योक्ती नहीं होगी कि विश्व पटल पर भारतीय प्रधानमंत्री की स्वीकार्यता लगातार बढ रही है। दुनिया का प्रत्येक राष्ट्र प्रमुख प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहता है, उन्हें सुनना चाहता है.

(डिस्‍क्‍लेमर- ये लेखक के निजी विचार हैं.)

Tags: Narendra modi, Opinion, PM Modi

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