Jhansi commissioner IAS Dr adarsh Singh failed in 11th class Read success story

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रिपोर्ट- शाश्वत सिंह

झांसी. परीक्षाओं के समय में अधिकतर लोग तनाव में आ जाते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इस तनाव और मुश्किलों से हार नहीं मानते हैं. ऐसे लोग बहुत ऊंचा मुकाम हासिल कर लेते हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं आईएएस डॉ. आदर्श सिंह, जो कि इस समय झांसी के मंडलायुक्त हैं. 2007 बैच के आईएएस डॉ. आदर्श सिंह आज देश के जाने माने प्रशासनिक अधिकारियों में से एक हैं. विभिन्न जिलों में उनके द्वारा किए गए कार्यों को आज भी याद किया जाता है.

अपने विद्यार्थी जीवन के बारे में चर्चा करते हुए डॉ. आदर्श सिंह ने न्यूज़ 18 लोकल को बताया कि उनका विद्यार्थी जीवन भी अन्य बच्चों की तरह सामान्य था. उन्हें भी वही उतार-चढ़ाव देखने पड़े जो हर बच्चे को देखने पड़ते हैं. कभी सफलता हाथ लगी, तो कभी असफलता भी देखने को मिली. वह बताते हैं कि 11वीं कक्षा में गणित विषय में फेल हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अग्नि परीक्षा में अधिक मेहनत कर अच्छे परिणाम हासिल किए. वह कहते हैं कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है.

कोई परीक्षा जीवन की अन्तिम परीक्षा नहीं
मंडलायुक्त डॉ. आदर्श सिंह कहते हैं कि परीक्षा से कुछ दिनों पहले विद्यार्थियों को खुद को रिलैक्स करना चाहिए. तनाव रहित वातावरण में सिर्फ रिवीजन पर ध्यान दें. कोई नया विषय अब ना पढ़ें. देर रात तक जागने से कोई फायदा नहीं होगा. अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें. एक बात हमेशा याद रखें कि यह जीवन की अन्तिम परीक्षा नहीं है, जीवन बहुत बड़ा है.

Tags: IAS Officer, Jhansi news, Jhansi Police, Success Story

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