EXCLUSIVE: प्रकाश पादुकोण मेरे आदर्श हैं, बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स पर है पूरा फोकस: लक्ष्य सेन

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नई दिल्ली. देश के उदीयमान बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) का पूरा फोकस अब बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Birmingham 2022 Commonwealth Games) पर है. लक्ष्य इस इस समय दुबई में वर्ल्ड नंबर वन डेनमार्क के खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन (Victor Axelson) के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं. वर्तमान में विश्व रैंकिंग में नौवें नंबर पर काबिज लक्ष्य उस भारतीय पुरुष टीम का हिस्सा थे जिसने इस महीने प्रतिष्ठित थॉमस कप (Thomas Cup) जीता था. भारत ने 73 साल बाद थॉमस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया. इस ऐतिहासिक जीत से लक्ष्य का आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ है. 20 वर्षीय अल्मोड़ा के रहने वाले लक्ष्य के आदर्श दिग्गज प्रकाश पादुकोण हैं.

दुबई रवाना होने से पहले लक्ष्य ने ‘न्यूज 18 हिंदी’ से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा, ‘ मैं दुबई में एक सप्ताह विक्टर एक्सेलसन के साथ ट्रेनिंग करूंगा. इससे मुझे आगामी टूर्नामेंट में काफी फायदा होगा. वह इस समय वर्ल्ड नंबर वन हैं. इसके बाद मुझे इंडोनेशिया और मलेशिया मास्टर्स में खेलना है. इन दोनों टूर्नामेंट के लिए मेरी तैयारी अच्छी है. मैं इस समय अपनी फिटनेस पर ज्यादा काम कर रहा हूं. मुझे इन दोनों टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है.’

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इंडोनेशिया मास्टर्स का आयोजन 7-12 जून तक होगा जबकि मलेशिया मास्टर्स 5-10 जुलाई तक होगा. इसके बाद लक्ष्य बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों में जुट जाएंगे. कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन 28 जुलाई से आठ अगस्त तक बर्मिंघम में होगा. बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में लक्ष्य स्वर्ण पदक के दावेदार के रूप में उतरेंगे. भारत ने ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स (2014) में आखिरी बार पुरुष सिंगल में स्वर्ण पदक जीता था. तब पारुपल्ली कश्यप ने यह उपलब्धि हासिल की थी. कश्यप ने तक 32 साल के सूखे को खत्म किया था.

‘दबाव नहीं, स्वाभाविक गेम खेलना चाहता हूं’
बकौल लक्ष्य, ‘ मेरा पूरा फोकस इस समय बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स पर है. इससे पहले मुझे दो टूर्नामेंट खेलने हैं. इन टूर्नामेंट के जरिए मैं कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी करूंगा. मैं अपने ऊपर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डालना चाहता. कॉमनवेल्थ को भी एक अन्य टूर्नामेंट की तरह ही देख रहा हूं. इसके लिए कोई विशेष तैयारी नहीं कर रहा हूं. मैं अपना स्वाभाविक गेम खेलना चाहता हूं.’ यह पूछने पर कि मौजूदा समय में वह कौन से खिलाड़ी हैं जिनसे कठिन चुनौती मिलने की उम्मीद है? इस पर लक्ष्य ने कहा, ‘ वर्तमान में टॉप 10 में शामिल सभी खिलाड़ी बहुत अच्छे हैं. इसलिए मुझे इन सभी के खिलाफ सतर्क रहना होगा.’

‘प्रकाश पादुकोण हैं मेरे आदर्श’
वर्ल्ड चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य का कहना है कि उनके आदर्श प्रकाश पादुकोण (Prakash Padukone) हैं. लक्ष्य 9 साल की उम्र से प्रकाश पादुकोण की देखरेख में उनकी अकादमी में ट्रेनिंग कर रहे हैं. यह पूछने पर कि प्रकाश पादुकोण की वह कौन सी खूबी है जो आपको उनके जैसे बनने के लिए प्रेरित करती है? इसपर लक्ष्य ने कहा, ‘ प्रकाश पादुकोण सर अनुशासन प्रिय हैं. खेल के प्रति उनकी गजब की समझ है. उन्होंने अनुशसान में रहना सिखाया. ट्रेनिंग को गंभीरता से लेने की सीख दी. यही नहीं, वह इस खेल के प्रति काफी समर्पित हैं.’

17 साल की उम्र में यूथ ओलंपिक में जीता पदक
लक्ष्य सेन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 17 साल की उम्र में यूथ ओलंपिक (2018) में सिल्वर से पदकों का खाता खोला. इसी टूर्नामेंट में उन्होंने मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता. उसी साल उन्होंने एशियन जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड जबकि वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. पिछले साल दिसंबर में लक्ष्य वर्ल्ड टूर फाइनल्स में खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने. इसके बाद उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. इस साल उन्होंने इंडिया ओपन का खिताब अपने नाम किया. इसके बाद उन्होंने ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल तक का सफर तय किया और अब थाईलैंड में संपन्न थॉमस कप में टीम इवेंट का गोल्ड अपने नाम किया.

‘पीएम से मिलकर बढ़ा आत्मविश्वास’
थॉमस कप जीतने के बाद भारतीय बैडमिंटन टीम हाल में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से उनके आवास पर मिली. इस दौरान लक्ष्य ने प्रधानमंत्री मोदी को अल्मोड़ा की खास बाल मिठाई भेंट की. लक्ष्य ने कहा कि पीएम जिस तरह से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रहे हैं उससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ रहा है. हम अच्छे प्रदर्शन को प्रेरित हो रहे हैं. लक्ष्य ने कहा, ‘ जब हमने थॉमस कप जीता, उसके बाद पीएम ने हमें फोन पर बधाई दी. जब हम स्वदेश लौटे तो, उन्होंने हमें बुलाया और सभी खिलाड़ियों से अलग-अलग बातचीत की. पीएम का इस तरह से हमारा उत्साहवर्धन करना वास्तव में हमारे लिए आगामी टूर्नामेंट में टॉनिक का काम करेगा.’

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