Exclusive: अमित शाह ने कर्नाटक में पूर्ण बहुमत का किया दावा, बजरंग दल और मुस्लिम आरक्षण पर कांग्रेस को घेरा

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बेलगावि. कर्नाटक में विधानसभा का चुनावी समर जीतने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कर्नाटक के डोड्डाबल्लापुरा और बेलगावि में मेगा रोड शो किया. इस दौरान उन्होंने न्यूज 18 UP-UK, MP-CG, राजस्थान के मैनेजिंग एडिटर अमिश देवगन से एक्सक्लूसिव बात की. उन्होंने इस दौरान कर्नाटक में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की बात कही और साथ ही बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने को लेकर कांग्रेस के घोषणापत्र पर कहा कि कांग्रेस हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करती है.

कर्नाटक के चुनावी माहौल पर अमित शाह ने कहा कि यहां पूर्ण बहुमत के साथ डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है. अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक में पीएम मोदी और भाजपा के कार्यक्रमों का स्वागत हो रहा है. इस चुनाव में बीजेपी सबसे ज्यादा 110 सीटें जीती थी, इस बार उसे क्रास करेगी. बजरंगबली के मुद्दे और कांग्रेस द्वारा बजरंग दल को बैन किए जाने की बात की और बीजेपी की ओर से इसे सीधा बजरंगबली के साथ जोड़ने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि इसे बीजेपी ने नहीं जोड़ा ये तो कर्नाटक की जनता ने ही जोड़ दिया है.

कांग्रेस सालों से कर रही तुष्टिकरण की राजनीति
भाजपा की ओर से कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति और मुस्लिमों को 4 प्रतिशत आरक्षण के सवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति आज से नहीं सालों से कर रही है. हमारे संविधान की व्यवस्था में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रोविजन नहीं है. धर्म के आधार पर संविधान सहमत नहीं है, इसलिए मेरा स्पष्ट मानना है कांग्रेस मतदाताओं को बहकाने का के लिए कह रही. न वो कर सकते हैं और न कर पाएंगे. तेलंगाना में मुस्लिम आरक्षण को समाप्त करने को लेकर अमित शाह ने कहा कि निश्चित रूप से तेलंगाना में बीजेपी की सरकार होने के बाद वहां पर भी मुस्लिम आरक्षण को समाप्त करेंगे.

कांग्रेस ने ‘हनुमान जी’ के नाम को अपमानित करने का प्रयास किया
बजरंगबली का मुद्दे कई राज्यों तक जाने और रोड शो में भी बजरंगबली के पोस्टर्स दिखने के सवाल पर अमित शाह ने कहा ‘देखिये जिस तरह से कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में हनुमान जी नाम को अपमानित करने का प्रयास किया है, तो बहुत स्वाभाविक रिएक्शन इस देश की युवा और जनता का आएगा ही आएगा. हनुमान जी के प्रति देश के कोने कोने में अटूट श्रद्धा पड़ी है. ऐसे गुण का व्यक्तित्व 10 हजार साल के इतिहास में ढूंढ पाना ही संभव नहीं है. उसके लिए अपमानित करने वाला घोषणा पत्र में जिक्र, मैं नहीं समझ पाता कि कांग्रेस ने ऐसा क्यों किया? जनता का रिएक्शन स्वाभाविक रिऐक्शन है.

पीएफआई से बजरंग दल की तुलना कैसे?
पीएफआई और बजरंग दल की समान तुलना के सवाल पर अमित शाह ने कहा, ‘देखिए मैं तो इतना ही कह सकता हूं पीएफआई पर बैन हमने सोच समझकर कर रखा है. पीएफआई देश विरोधी गतिविधियों में पाई गई और आतंकवाद के प्रथम चरण तक उनके पहुंचने के सारे सबूत सरकार को मिले तब जाकर प्रतिबंध लगाया गया. अब तुष्टीकरण करने के लिए पीएफआई पर बैन लगाया तो बैलेंस करने के लिए ये भी कर दो. मैं नहीं मानता ये ठीक राजनीति है.

देश में कॉमन सिविल कोड लाना चाहिए
एक सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि यूसीसी पर कांग्रेस ने कब कहा मैंने नहीं सुना ये कब कहा है. कांग्रेस ने यह कहा है अगर जवाहरलाल नेहरू पर आरोप है, सरदार पटेल और मौलाना आजाद पर आरोप हैं, क्योंकि कॉमन सिविल कोड इस संविधान सभा का और इस देश की विधायिका और हमारे संसद को गाइडेंस है. संसद के आर्टिकल के अंदर इसका जिक्र किया गया है. इस देश में जब भी अनुकूल समय आए तब देश की विधायिकाओं और देश की संसद में इस देश में कॉमन सिविल कोड लाना चाहिए.

कर्नाटक में 4 साल से शासन पर अमित शाह ने कहा, चुनाव से पहले नहीं आया है. उत्तराखंड, गुजरात और उत्तर प्रदेश तीनों में बीजेपी की सरकार ने फैसला लिया है. चुनाव आएगा तभी घोषणा पत्र में आएगा उससे पहले कैसे आएगा. जब हमने निर्णय कर लिया तब इसको हम जनता के एजेंडे के रूप में लोगों के सामने रखे हैं.

चुनाव में भाषा के गिरते स्तर पर क्या बोले शाह?
इस चुनाव में भाषा की मर्यादा के गिरते स्तर के सवाल पर अमित शाह ने कहा, जब जब कांग्रेस के नेताओं ने मोदी जी के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है बीजेपी और मजबूत हुई है. पीएम मोदी के प्रति लोगों का प्यार और बढ़ा है. जिस तरह से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के माध्यम से ओछी भाषा का प्रयोग किया गया है, कर्नाटक की जनता आहत भी है. उसका रिफ्लेक्शन कर्नाटक की जनता के जनादेश के रूप में जरूर दिखाई देगा.

सानिया गांधी पर भी निशाना
सोनिया गांधी की रैली को लेकर अमित शाह ने कहा, देखिए एक चुना हुआ संसद सदस्य भारत की सर्वभौमिकता को किस प्रकार से चैलेंज कर सकता है. बिलकुल उन्होंने जो भाषण दिया है वो संविधान के भावनाओं के खिलाफ है. भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा है. इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है. इसे चुनावी मुद्दा बनने पर उन्होंने कहा, मैं तो उसको चुनाव के मुद्दों से ऊपर देखता हूं. इसकी सार्वजानिक निंदा होनी चाहिए. हर दल को इसकी निंदा करनी चाहिए और संसद में भी इसकी निंदा करनी चाहिए.

बीजेपी के बागी बड़े अंतर से हारेंगे
सोनिया गांधी की ओर से कही गई ‘भारतीय जनता पार्टी ने डकैती डालकर 4 साल पहले सरकार छीन ली थी’ के सवाल पर अमित शाह ने कहा, मैं सोनिया जी की हर बात का रिएक्शन नहीं दे सकता. उनको जो ठीक लगता है वो अपनी सभा में बोलें. वहीं जगदीश और लक्ष्मण के कांग्रेस में शामिल होने पर अमित शाह ने कहा, इसका कोई असर नहीं है. वो दोनों लोग बड़े मार्जिन से चुनाव हार रहे हैं.

बसवराज बोम्मई ही हैं सीएम
बसवराज बोम्मई को सीएम कैंडिडेट घोषित करके चुनाव में जाने और आगे बने रहने की संभावना पर अमित शाह ने कहा, बोम्मई हमारे मुख्यमंत्री हैं ही. अब क्या घोषणा करें..आगे कौन बनेगा वो बाद की बात है. वे अभी मुख्यमंत्री ही हैं. ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म पर आ रहे रिएक्शन पर अमित शाह ने कहा, मैं मानता हूं कि ये सामजिक समस्या है और इसे आंख मूंदकर नहीं देखना चाहिए. इसका सामना भी करना चाहिए और सामाधान भी ढूंढना चाहिए.

विपक्ष की ओर से सारी एजेंसी उनके पीछे लगाने के आरोपों और उसके चुनाव पर पड़ने वाले असर को लेकर अमित शाह ने कहा, 13 तारीख को देखिये इसका क्या असर होता है. कर्नाटक में बीजेपी की अंदरूनी रिपोर्ट में बीजेपी को कितनी सीटें मिलने के सवाल पर अमित शाह ने इतना ही कहा कि हम पूर्ण बहुत के साथ जीतने जा रहे हैं.

Tags: Amit shah, Assembly election, Karnataka Assembly Election 2023

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