Black Hole में होने वाला है भयानक विस्‍फोट, धरती के लिए भी है बड़े खतरे की आशंका

[ad_1]

Black Hole Big Explosion: वैज्ञानिकों के लिए ब्‍लैक होल अंतरिक्ष की सबसे बड़ी और अजीब पहेली है. इसीलिए वैज्ञानिक इससे जुड़ी अंतरिक्षीय घटनाओं की गुत्थियों को सुलझाने में जुट जाते हैं. वैज्ञानिकों ने हाल में ब्‍लैक होल के भीतर होने वाले विस्‍फोट को लेकर चेतावनी दी है. उनका कहना है कि ब्‍लैक होल में हो रहे ये विस्‍फोट पृथ्‍वी के लिए भी नुकसानदायक हो सकते हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, बीते तीन साल में ब्‍लैक होल में नए-नए लक्षण देखे गए हैं. इससे ब्रह्मांड में फिर बड़े विस्‍फोट की आशंका बन रही है.

अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय एक विशालकाय ब्लैक होल सक्रिय है. इसमें अक्‍सर बड़े विस्फोट जैसे हालात बनते हुए नजर आते हैं. इसी बीच मई के पहले हफ्ते में खगोलविदों ने अपने ही ग्रहों को निगल रहे एक तारे के बारे में जानकारी दी. उनका कहना था कि ये डरावना था और छोटे-छोटे ग्रहों को किसी तारे के निगलने का दृश्‍य अंतरिक्ष में अब तक देखी गई सभी हिंसक घटना थी. वैज्ञानिकों ने बताया कि जब तारा अपने ही ग्रहों को निगल रहा था तो बड़े और भयानक धमाके भी हो रहे थे.

ये भी पढ़ें – कौन हैं बालेन शाह, जो इंजीनियर से बने रैपर और फिर बन गए मेयर बालेंद्र शाह

Supermassive Black Hole, Black Hole, Black Hole Explosion, Great Danger for the Earth, Astronomy, Research, News Study, Space Science, Space Exploration, Galaxy, Supernova, Lightyears, Black Hole Gases, Planets

शोध से पता चला है कि ब्‍लैक होल में तीन साल से लगातार विस्फोट धरती के लिए अच्‍छे संकेत नहीं हैं.

सूर्य से एक अरब गुना बड़ा है ब्‍लैक होल
वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे ग्रह धरती से करीब 8 अरब प्रकाशवर्ष दूर सूर्य से करीब एक अरब गुना बड़ा ब्‍लैक है. वैज्ञानिकों को 13 अप्रैल 2021 को शुरू किए गए इस अध्‍ययन के दौरान लगा कि ये ब्‍लैक होल गैस से भरे विशालकाय बादल को अपनी ओर खींचकर निगल रहा है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, अब तक सुपरनोवा के आधार पर कहा जा सकता है कि इनकी चमक कुछ सप्‍ताह के भीतर कमजोर पड़ जाती है. वहीं, ब्‍लैक होल के अध्‍ययन में सामने आई घटना लंबे समय से एक ही अवस्‍था में है. इसमें पिछले तीन साल से विस्‍फोट जारी हैं.

ये भी पढ़ें – ग्‍लेशियर पर पाई जाती है काली बर्फ भी, कैसे बनती है, ग्‍लेशियरों के सिकुड़ने के लिए कैसे है जिम्‍मेदार

धरती के लिए बड़े खतरे का है संकेत
साउथहेम्‍प्‍टन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक फिलिप वाइसमैन के मुताबिक, ज्यादातर सुपरनोवा कुछ महीनों में खत्म हो जाते हैं. वहीं, इसकी लंबी अवधि बड़े खतरे का संकेत दे रही है. क्‍वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के मैट निकोल के मुताबिक, ये ब्लैक होल की आम घटना हो सकती है. लेकिन, शोध से पता चला है कि इतने लंबे समय तक ऐसे विस्फोट धरती के लिए अच्‍छे संकेत नहीं हैं. इसका भयंकर परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं. अध्‍ययन में शामिल डॉ. वाइजमैन और उनके सहयोगियों ने पाया कि यह ब्‍लैक होल आकार में एक अरब सूर्य के बराबर है. ये असाधारण तौर पर आकाशीय गैस के गोले को निगल रहा है.

Tags: Black hole, Earth, Space Exploration, Space news, Space scientists

[ad_2]

Source link