Bjp Manik Saha Ahead of Pratima Bhowmick in Tripura CM Race

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अगरतला. डॉ. माणिक साहा (Dr. Manik Saha) ने जब त्रिपुरा के मुख्यमंत्री (Tripura CM) के रूप में पदभार संभाला, तो उन्हें को आगे की चुनौती के बारे में पता था. साल भर में होने वाले चुनाव के लिए कानून और व्यवस्था की धारणा को बदलना. अब जब उन्होंने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत सुनिश्चित करने की चुनौती को पार कर लिया है, तो क्या साहा मुख्यमंत्री के रूप में बने रहेंगे? न्यूज 18 को सूत्र बताते हैं कि साहा मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं. हालांकि यह भी चर्चा थी कि धनपुर की मुश्किल और चुनौती भरी सीट से चुनाव लड़ने और 3,500 से अधिक वोटों के अंतर से जीतने वाली केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं.

त्रिपुरा की भाजपा सरकार 8 मार्च को शपथ लेगी, इसलिए एक-दो दिन में सीएम के नाम की घोषणा होने की उम्मीद है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने शनिवार को त्रिपुरा का दौरा किया और सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. भौमिक को उनके साथ एयरपोर्ट पर भी देखा गया था. सूत्रों का कहना है कि सरमा ने लगभग संकेत दे दिया है कि साहा पद पर बने रह सकते हैं. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हालांकि उन्होंने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, यह लगभग समझ में आ गया है.”

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क्यों साहा हैं सीएम पद के लिए पहली पसंद?
साहा की ‘भद्रलोक’ (सज्जन) छवि है और उन्होंने पिछले एक साल में कानून व्यवस्था बनाए रखी है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के एक वर्ग का कहना है कि पिछले साल मुख्यमंत्री के रूप में उनके नेतृत्व में कोई हिंसा नहीं हुई थी.

आदिवासी कारक और कांग्रेस-वाम गठबंधन के बीच, साहा ने न केवल अपनी सीट से चुनाव लड़ा, बल्कि सभी सीटों पर सक्षम नेतृत्व दिया और प्रचार किया कि त्रिपुरा शांतिपूर्ण होगा. उन्होंने सभी के साथ संतुलन बनाए रखा और पार्टी के छोटे कार्यकर्ताओं और बाहरी लोगों के साथ भी अच्छा व्यवहार किया. कई लोगों का कहना है कि वह एक योग्य मुख्यमंत्री हैं.

भौमिक का नाम क्यों आ रहा है आगे?
पार्टी के सूत्रों का कहना है, भौमिक का संघर्ष का इतिहास रहा है और उन्होंने पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है. वह अपनी साधारण सूती साड़ियों और हवाई चप्पलों के लिए जानी जाती हैं. “वह एक दलित चेहरा हैं, और एक महिला नेता हैं. ये सभी कारक सकारात्मक हैं. कई लोगों का मानना है कि लेकिन साहा चुनौती का सामना करते हुए मैच खेल रहे हैं, यही वजह है कि उनकी संभावना अधिक है.”

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