निचली अदालत क्यों नहीं सुना सकती उम्रकैद की सजा? कर्नाटक हाईकोर्ट ने बताए सुप्रीम कोर्ट के मानदंड
[ad_1] हाइलाइट्स हत्या के मामले में सत्र अदालत ने अप्रैल 2017 में सुनाई थी मृत्युपर्यंत कैद की सजा क्या है मृत्युपर्यंत कैद और आजीवन कारावास में अंतर? बेंगलुरु. कर्नाटक हाईकोर्ट ने हत्या के एक मामले में दोषी व्यक्ति की मृत्युपर्यंत कैद की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया. इससे अब 14 साल जेल …