शरीर के लिए चमत्कार से कम नहीं बद्री बेरी जूस, सियाचिन-लद्दाख में सेना के जवानों की डेली डोज में शामिल

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हिना आज़मी/देहरादून. हिमालय पर्वत न सिर्फ दुश्मनों से डटकर हमारी रक्षा करता है बल्कि यहां होने वाली जड़ी बूटियां भी हम लोगों को बीमारियों से बचाती हैं. आज हम आपको उत्तराखंड के पहाड़ों पर पाई जाने वाली संजीवनी बूटी यानी बद्री बेरी के बारे में बताएंगे. इसका वैज्ञानिक नाम हिपोथी सॉलीसिफोलिया है. छत्तीसगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज, रायपुर ने बद्री बेरी पर रिसर्च किया. जांच के बाद बद्री बेरी को उच्च गुणवत्ता वाली घोषित किया था. इसकी डिमांड विदेशों तक है. इनकी पैदावार ज्यादा ऊंचाई वाले ठंडे इलाकों में होती है. इसे उत्तराखंड में बद्री बेरी, लेह लद्दाख में लेह बेरी और कई जगह सीबकथोर्न कहा जाता है. उत्तराखंड के चमोली जिले की फर्म हिमालयन फ्लोरा बद्री बेरी जूस बनाती है.

हिमालयन फ्लोरा स्वायत्त सहकारिता के अध्यक्ष डॉ. भुवन चंद जोशी ने बताया कि वह सीबकथोर्न का जूस तैयार कर बेच रहे हैं, जिसे संजीवनी बूटी का हिस्सा माना जाता है. यह जूस कई अन्य कंपनियां भी बनाती हैं, जो ऑनलाइन उपलब्ध है. सियाचिन-लद्दाख समेत हाई एल्टीट्यूड वाले इलाकों में तैनात सेना के जवानों को 30 मिली जूस रोजाना दिया जाता है ताकि उन्हें जरूरी न्यूट्रिशन मिल सके. यह डीआरडीओ का रिसर्च प्रोडक्ट है.

लीवर के लिए रामबाण
डॉ. भुवन चंद जोशी ने बताया कि सीबकथोर्न के जूस 20 फीसदी से ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. यह पेट की बीमारियों को दूर करता है. कोहनी, घुटने और कमर आदि जोड़ों में दर्द को यह दूर करता है. यह जूस फेफड़ों को मजबूत करता है और अस्थमा आदि में राहत देता है. यह लीवर की सूजन को कम करता है. जिन लोगों को फैटी लीवर और शुगर आदि की परेशानी हो, उन्हें सुबह-शाम 1-1 चम्मच एक गिलास पानी में लेना चाहिए.

कोलेस्ट्रॉल लेवल करता है कंट्रोल
डॉ. भुवन चंद जोशी ने बताया कि यह जूस कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी यह कम करता है. शरीर में जितने भी खराब टॉक्सिन होते हैं, उन्हें यह बाहर कर देता है.यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से भी सुरक्षा करता है. अन्य जूस के मुकाबले यह महंगा भी होता है. बढ़िया क्वालिटी का जूस बाजार में 1300 से 3000 रुपये लीटर तक मिलता है.

संजीवनी बूटी का हिस्सा है बद्री बेरी
डॉ. भुवन चंद जोशी ने बताया कि बद्री बेरी को संजीवनी बूटी का हिस्सा कहा जाता है क्योंकि माना जाता है कि हनुमान जी जिस संजीवनी पर्वत से वह बूटी लेकर गए थे, इसका उत्पादन वहीं होता है. यह एक ऐसा पौधा है, जिसकी जड़ से लेकर फल, बीज और पत्ते तक काम आते हैं.

ऐसे करें ऑर्डर
डॉ. भुवन चंद जोशी ने बताया कि बद्री बेरी को अब डीआरडीओ उत्पादित करने का काम भी कर रहा है, जिसमें महिलाएं इन्हें इकट्ठा करने का काम करती हैं, जिससे उन्हें भी रोजगार मिल रहा है. अगर आप भी बद्री बेरी जूस को ऑर्डर करना चाहते हैं, तो आप हिमालयन फ़्लोरा से इसे मंगवा सकते हैं. इसके लिए आप इस मोबाइल नंबर 7983352523 पर संपर्क कर सकते हैं. बद्री बेरी जूस की 750 मिली की बोतल 1350 रुपये की है.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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