भगोड़े अमृतपाल सिंह की आपराधिक गतिविधि में भूमिका वाले 44 लोगों को रिहा करेगी पंजाब सरकार, जानें क्यों?

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चंडीगढ़. कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह के खिलाफ चल रही कार्रवाई पर ताजा घटनाक्रम में पंजाब पुलिस ने उन लोगों को रिहा करने का फैसला किया है जिनकी उसकी आपराधिक गतिविधियों में आंशिक भूमिका थी. पुलिस ने कहा कि कम से कम 44 व्यक्तियों को जल्द ही रिहा किया जाएगा, जिन्हें अमृतपाल सिंह के खिलाफ अभियान में गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने तेजिंदर सिंह गिल को गिरफ्तार किया था, जिसे खालिस्तान समर्थक नेता का करीबी सहयोगी बताया गया था. वह आनंदपुर खालसा फौज (एकेएफ) का सदस्य भी बताया गया. जांच के दौरान खुलासा हुआ कि किया कि AKF के सभी सदस्यों को AKF 3, AKF 56 जैसे बेल्ट नंबर दिए गए थे और उन्हें फायरिंग अभ्यास सहित मार्शल और हथियार प्रशिक्षण दिया गया था.

पुलिस की ओर से शुक्रवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि 44 व्यक्तियों की रिहाई के बाद, न्यूनतम भूमिका वाले और व्यक्तियों को बाद में रिहा किया जाएगा. बयान में कहा गया है, “पंजाब के मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन के दौरान किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं.” अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि भगोड़े अमृतपाल सिंह ने पंजाब भर में 10 दिनों में पांच सभाओं को संबोधित किया, जिसमें सैकड़ों सिखों को “अंतिम बलिदान” के लिए तैयार होने के लिए उकसाया गया. उन्होंने दावा किया कि कट्टरपंथी उपदेशक की गतिविधियों ने राज्य में शांति भंग करने के उनके प्रयासों को दिखाया.

पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अपने भाषणों और धार्मिक संदेशों के दौरान उन्होंने कम से कम 1,000 लोगों को ‘अंतिम बलिदान’ देने के लिए तैयार रहने के लिए राजी किया और आरोप लगाया कि सरकार सिखों के हथियारों के लाइसेंस रद्द कर उन्हें निहत्था करने के अपने प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. अमृतपाल सिंह, जिन्होंने पिछले साल इसके संस्थापक अभिनेता-कार्यकर्ता दीप सिंधु की मृत्यु के बाद ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था. राज्य में 18 मार्च को पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू करने और उनके कई समर्थकों को गिरफ्तार करने के बाद से फरार है.

Tags: Amritpal Singh, Khalistan, Punjab news, Punjab Police

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