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मुंबई. प्रसिद्ध वैज्ञानिक और जियो इंस्टीट्यूट के प्रोवोस्ट डॉ गुरुस्वामी रविचंद्रन ASME टिमोचेंको मेडल से सम्मानित हुए हैं. जियो इंस्टीट्यूट ने बताया कि अमेरिकन सोसाइटी ऑफ मैकेनिकल इंजीनियर्स (ASME) द्वारा इसकी घोषणा की गई है. डॉ रविचंद्रन को इंजीनियरिंग मैटेरियल और जैविक प्रणालियों की प्रक्रिया में अग्रणी योगदान के लिए जाना जाता है.
प्रसिद्ध इंजीनियर और शिक्षक स्टीफ़न पी. टिमोचेंको के नाम पर, टिमोचेंको मेडल का नाम रखा गया है. यह मेडल 1957 में स्थापित किया गया और यह मेडल Applied mechanics में प्रतिवर्ष विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार को Applied mechanics व्यापक रूप से दुनिया भर में सर्वोच्च सम्मान के रूप में मान्यता प्राप्त है. डॉ गुरुस्वामी रविचंद्रन जियो इंस्टीट्यूट के संस्थापक प्रोवोस्ट हैं. वे जाने-माने वैज्ञानिक और शिक्षाविद हैं, जिन्होंने ठोस यांत्रिकी (Solid mechanics), सामग्री विज्ञान (Materials science) और इंजीनियरिंग (Engineering) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
अपनी विशेषज्ञता के कारण प्रसिद्ध हैं डॉ गुरुस्वामी रविचंद्रन
डॉ गुरुस्वामी रविचंद्रन, प्रयोगात्मक यांत्रिकी (Experimental mechanics) में विशेषज्ञता , विशेष रूप से गतिशील व्यवहार (Dynamic behaviour) और सामग्रियों की विफलता (Failure of materials) के क्षेत्र में एक्सपर्ट होने के कारण प्रसिद्ध हैं. डॉ. रविचंद्रन के बहु-विषयक अनुसंधान ने यांत्रिक की समझ का विस्तार किया है. इससे महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों का नेतृत्व किया जिसने इंजीनियरिंग अभ्यास को प्रभावित किया है.
जियो इंस्टीट्यूट ने दी बधाई, कहा- बेहद गर्व हो रहा
जियो इंस्टीट्यूट की परियोजना निदेशक डॉ पलक शेठ ने कहा कि ‘मुझे इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर डॉ. रविचंद्रन को बधाई देते हुए बेहद गर्व हो रहा है. हम सौभाग्यशाली हैं कि डॉ रविचंद्रन शिक्षा और शोध के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए हमारी प्रतिबद्धता के पीछे एक प्रेरणा शक्ति है. हम शिक्षा और समाज पर प्रभाव के लिए उनके लगातार मार्गदर्शन की आशा करते हैं. अपने पूरे करियर के दौरान, डॉ. रविचंद्रन ने Mechanics of materials के क्षेत्र में अग्रणी शोध किया है. उन्होंने गतिशील को समझने में, उच्च तनाव दर के तहत धातु, पॉलिमर और कंपोजिट सहित सामग्रियों का व्यवहार और उच्च दबाव पर्याप्त प्रगति की है. उनके शोध ने विरूपण और विफलता में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की है.
नेशनल प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची से शुरू किया सफर
डॉ. रविचंद्रन ने 1981 में नेशनल प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग और एप्लाइड मैथेमेटिक्स में मास्टर की पढ़ाई की. ब्राउन यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग (ठोस यांत्रिकी और संरचनाएं) में पीएच.डी. और 1986 में डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी की. अपनी शिक्षा के बाद डॉ. रविचंद्रन ने शिक्षा और अनुसंधान में एक शानदार कॅरियर की शुरुआत की. डॉ. रविचंद्रन ने कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कैल्टेक) में जॉन ई. गुड के एयरोस्पेस एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग में जूनियर प्रोफेसर और के पद पर कार्य किया है. 1990 के बाद से कैलटेक संकाय में शामिल रहे. यहां उन्होंने ठोस यांत्रिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए असाधारण नेतृत्व का प्रदर्शन किया. उन्होंने 2015 से 2021 तक ओटिस बूथ लीडरशिप के इंजीनियरिंग और एप्लाइड साइंस विभाग के अध्यक्ष और निदेशक के रूप में कार्य किया. वे 2009 से 2015 तक ग्रेजुएट एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (GALCIT) के निदेशक रहे. अपने शोध प्रयासों के अलावा, डॉ. रविचंद्रन ने शिक्षा और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उन्होंने कई छात्रों और शोधकर्ताओं का मार्गदर्शन कर प्रेरित किया जिससे वे अपने करियर में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पाए. उन्हें एक शिक्षक और संरक्षक के रूप में अत्यधिक माना जाता है. उन्होंने कई वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की अगली पीढ़ी को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. डॉ. रविचंद्रन के काम को अंतरराष्ट्रीय मान्यता और उन्हें कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं.
जियो संस्थान के बारे में:
जियो इंस्टीट्यूट उच्च शिक्षा का संस्थान है जो छात्रों को परिवर्तनकारी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. यह छात्रों को तेजी से बदलती दुनिया में सफलता के लिए तैयार करता है. संस्थान, वैश्विक विद्वानों और उनके वैचारिक लीडर्स को एक साथ लाकर उत्कृष्टता की खोज के लिए समर्पित है. यह इंस्टीट्यूट, विश्व स्तरीय शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति के माध्यम से छात्र को समृद्ध अनुभव प्रदान करता है. संस्थान वर्तमान में कई विषयाें जैसे विपणन, खेल प्रबंधन और पत्रकारिता में फुलटाइम प्रोफेशनल पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम प्रदान करता है. अधिक जानकारी www.jioinstitute.edu.in पर उपलब्ध है.
(डिस्क्लेमर- नेटवर्क18 और टीवी18 कंपनियां चैनल/वेबसाइट का संचालन करती हैं, जिनका नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज एकमात्र लाभार्थी है.)
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Tags: Jio, JIO News
FIRST PUBLISHED : May 31, 2023, 20:48 IST
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