गुजरात पुलिस ने खारिज की 41 हजार महिलाओं के लापता होने की बात, 95% को खोजने का किया दावा

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अहमदाबाद. गुजरात पुलिस ने मंगलवार को कहा कि राज्य में 2016 से 2020 के बीच लापता हुईं 41,621 महिलाओं में से 39,497 का पता लगाकर उन्हें उनके परिवारों से मिलाया जा चुका है. फिलहाल केवल ‘1000 से अधिक’ महिलाएं ही लापता हैं. पुलिस ने कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा प्रकाशित खबरों को ‘भ्रामक’ और ‘अर्ध-सत्य’ बताकर खारिज कर दिया है. पुलिस का दावा है कि गुजरात में गुमशुदा हुईं महिलाओं में 95 प्रतिशत महिलाओं का पता लगाया जा चुका है. उन्हें परिवार से मिलवा दिया गया है.

इन खबरों में एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि पांच वर्षों में गुजरात में 40,000 से अधिक महिलाएं लापता हुई हैं. महिलाओं के लापता होने की खबरों पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) नरसिम्हा कोमार ने कहा, ‘उसी एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि उस अवधि (2016-20) के दौरान 39,000 से अधिक महिलाएं मिल गई थीं.’

39,497 लापता महिलाओं को परिवार से मिलाने का दावा
उन्होंने कहा कि एनसीआरबी द्वारा प्रकाशित ‘क्राइम इन इंडिया’ रिपोर्ट के अनुसार, 2016 और 2020 के बीच गुजरात में 41,621 महिलाएं लापता हुईं, लेकिन उसी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पुलिस ने उसी अवधि के दौरान 39,497 महिलाओं का पता लगाकर उन्हें परिवारों से मिलवा दिया. कोमार ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘यह दर्शाता है कि 94.90 प्रतिशत महिलाएं पहले ही मिल चुकी हैं.’

Tags: Gujarat news, Gujarat Police, Missing women

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