this woman from bhilwara is earning profit from lemon and date chutney – News18 हिंदी

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रवि पायक/भीलवाड़ा. 65 साल की पारस देवी जैन की जिंदगी भी सामान्य घरेलू महिलाओं की तरह ही होती, अगर उन्होंने आत्मनिर्भर बनने की नहीं ठानी होती. भीलवाड़ा शहर के शास्त्री नगर की रहने वाली पारस देवी ने रिटायरमेंट की उम्र में अपना बिजनेस शुरू करने का प्लान बनाया और उसे सफल कर दिखाया है. आज उनकी बनाई खजूर और नींबू की चटनी राजस्थान ही नहीं, राज्य के बाहर तक सप्लाई की जाती है. यही नहीं, इस बुजुर्ग महिला ने न सिर्फ अपने को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि अपने बिजनेस से समाज की अन्य महिलाओं को जोड़ा और उन्हें भी सशक्त बनाने का काम कर रही हैं. इनकी बनाई इस चटनी की डिमांड राजस्थान के अलावा गुजरात तक पहुंच चुकी है.

पारस देवी जैन लोकल18 को बताया कि घर में बैठे-बैठे ख्याल आया तो मैंने घर वालों के लिए नींबू की चटनी बनाई जो सबको बहुत पसंद आई. फिर 5 किलो नींबू की चटनी बनाने से विधिवत यह काम शुरू किया. आस-पड़ोस में भी सभी लोगों को चटनी का स्वाद काफी पसंद आया. इसके बाद मैंने इसी को काम की तरह आगे आगे बढ़ाने का सोचा. पारस देवी बताती है कि उन्हें इस काम अब अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है. यह चटनी वह पूरी शुद्धता के साथ घर में बनाती हैं. इसमें किसी भी प्रकार के आर्टिफिशियल कलर का इस्तेमाल नहीं करतीं. अगर सालाना मुनाफे की बात की जाए तो पारस देवी अपने घरेलू बिजनेस से 4 लाख रुपए मुनाफा कमा रही है. पारस देवी ने अपने साथ कई अन्य महिलाओं को भी जोड़ा, जिससे उन्हें रोजगार मिल रहा है.

लंबे समय तक खराब नहीं होती ये चटनी
पारस देवी कहती हैं कि यह काम करीब 10 साल पहले उन्होंने शुरू किया था. अब वे डिमांड के हिसाब से प्रति महीने एक हजार किलो से ज्यादा चटनी बनाती हैं. खजूर की चटनी के अलावा चाय मसाला, लहसुन पापड़, मंगोड़ी और अचार भी बनाती हैं. इसकी डिमांड राजस्थान के अजमेर, जयपुर, उदयपुर, विजयनगर सहित पड़ोसी राज्य गुजरात तक है. वहीं साउथ इंडिया में भी पारस देवी के बनाए अचार की डिमांड है. वह बताती हैं कि उनके यहां के प्रोडक्ट दादी-नानी के बताए ट्रेडिशनल तरीकों से तैयार किए जाते हैं. इसलिए यह चटनी लंबे समय तक खराब नहीं होती.

120 रुपए में 500 ग्राम चटनी
लोकल18 से बातचीत के दौरान पारस देवी ने बताया कि चटनी बनाने के लिए पहले नींबू में से बीज निकाल कर उसे छिलके सहित तीन से 4 बार ग्राइंड किया जाता है. इसके बाद उसमें शक्कर जायफल सहित घर पर बने सीक्रेट मसाले डाले जाते हैं. फिर करीब 10 से 15 दिन के लिए इन्हें यूं ही छोड़ दिया जाता है, ताकि शक्कर नींबू में अच्छे से मेल्ट हो सके. इसके बाद इनकी पैकिंग की जाती है. अगर कीमत की बात की जाए तो नींबू की यह चटनी 120 रुपये प्रति 500 ग्राम है. पारस देवी ने बताया कि अब उनके काम में मदद के लिए 10-15 महिलाएं भी हैं. इस बिजनेस से उन्हें रोजगार मिला हुआ है और वे आत्मनिर्भर बनी हैं. अगर आपको भी नींबू की चटनी का ऑर्डर देना हो, तो ‪9887881535‬ नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. स्पीड पोस्ट के माध्यम से यह प्रोडक्ट आप तक पहुंच जाएगा.

Tags: Bhilwara news, Local18, Success Story, Successful businesswoman

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