Rohit Sharmas Mistakes: टीम इंडिया और रोहित शर्मा की 5 बड़ी गलतियां, वनडे वर्ल्ड कप के लिए भी चेतावनी

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नई दिल्ली. टीम इंडिया एक और फाइनल मुकाबला हार गई. इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा से लेकर टीम तक के प्रदर्शन पर सवाल उठाए जा रहे हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 209 रन से करारी शिकस्त दी. मैच के अंतिम दिन रविवार को 444 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 234 रन बनाकर सिमट गई. टीम इंडिया ने 2013 के बाद से 4 आईसीसी के फाइनल गंवाए हैं और उसे 10 साल से ट्राॅफी का इंतजार है. मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 469 और 270 रन बनाए. भारतीय टीम पहली पारी में सिर्फ 296 रन ही बना सकी थी. इस साल घर में अक्टूबर-नवंबर में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है. फाइनल में मिली हार रोहित से लेकर टीम की 5 बड़ी गलती की ओर इशारा कर रही है. इसे वर्ल्ड कप से पहले दूर करना होगा, नहीं तो यह टीम पर भारी पड़ सकती है. आइए आपको इन कमियों के बारे में बताते हैं…

1.खिलाड़ियों को बड़े इवेंट से पहले फ्री करना होगा
टीम इंडिया के अधिकतकर खिलाड़ी आईपीएल खेलने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उतरे. आईपीएल का फाइनल 29 मई को खत्म हुआ जबकि फाइनल 7 जून से शुरू हुआ. इससे ना सिर्फ खिलाड़ियों पर थकान दिखी बल्कि विदेशी मैदान पर उन्हें तैयारी का मौका भी नहीं मिला. पूर्व भारतीय गेंदबाज इरफान पठान ने कहा कि हमारे गेंदबाज लंबे स्पेल फेंकने के लिए फिट नहीं थे. वहीं पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कहा कि फाइनल जैसे बड़े इवेंट के कम से कम एक महीने पहले खिलाड़ियों को फ्री करना चाहिए. इसके लिए अगर टी20 लीग के शेड्यूल में बदलाव करना पड़े, तो वो भी करना चाहिए.

2.हर फॉर्मेट के हिसाब से खिलाड़ी चिन्हित करने हों
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों की बात करें, तो उनके टेस्ट फॉर्मेट के कुछ खिलाड़ी पक्के हैं. जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे गेंदबाज सिर्फ टेस्ट ही खेलते हैं. ऑस्ट्रेलिया की ओर से भी उस्मान ख्वाजा, मार्नस लैबुशेन जैसे खिलाड़ी टेस्ट को ही वरीयता देते हैं. वहीं टीम इंडिया की बात करें, तो चेतेश्वर पुजारा को छोड़कर सभी खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट में उतरते हैं.

3.दबाव से निपटने का खोजना होगा तरीका
2013 के बाद से आईसीसी इवेंट की बात करें, तो भारतीय टीम को 4 बार फाइनल और 4 बार सेमीफाइनल में हार मिली है. यानी खिलाड़ी बड़े मुकाबले में दबाव में बिखर जा रहे हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों सीजन की फाइनल की 4 पारियों में भारतीय टीम किसी में भी 300 रन के आंकड़े को नहीं छू सकी. कोई भी भारतीय खिलाड़ी शतक नहीं लगा सका.

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ऑस्ट्रेलिया ने जीता वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का टाइटल.

4.भारतीय कोच पर भी सवाल
टीम इंडिया 2013 में अंतिम बार आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफल रही थी. तब कोच जिम्बाब्वे के डंकन फ्लेचर थे. इसके बाद रवि शास्त्री, अनिल कुंबले और अब राहुल द्रविड़ के पास टीम की कमान है. 2015 से ये तीनों ही टीम इंडिया के साथ रहे हैं. ऐसे में इन पर भी सवाल उठना लाजमी हैं. 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के दौरान गैरी कर्स्टन कोच थे. वहीं भारतीय टीम ने 2007 में लालचंद राजपूत की कोचिंग में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था.

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5.वर्कलोड पर भी देना होगा ध्यान
बीसीसीआई और सेलेक्टर्स को खिलाड़ियों के वर्कलोड पर भी ध्यान देना होगा. लगातार इंटरनेशनल मैच के अलावा प्लेयर्स को 2 महीने तक आईपीएल जैसे घरेलू टूर्नामेंट में भी उतरना पड़ता है. इस कारण खिलाड़ी लगातार चोटिल भी हो रहे हैं. आईपीएल 2023 के दौरान ही उमेश यादव से लेकर जयदेव उनादकट तक चोटिल हुए. शार्दुल ठाकुर को भी कई मैच में बाहर बैठना पड़ा था.

Tags: India vs Australia, Rohit sharma, Team india, WTC Final

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