left job and started startup now earning lakhs per month – News18 हिंदी

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राहुल मनोहर/सीकर. ऐसे हजारों डिग्री धारी है जिन्होंने नौकरी करने के बाद अपने खुद का बिजनेस करने की ठानी और सफल रहे. आज हम आपको ऐसे ही एक युवा के बारे में बताएंगे जिसने कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद भी अपने गांव जाकर अपना खुद का स्टार्टअप शुरू किया और आज ये युवा महीने के लाखों रुपए कमा रहा है.

सीकर जिले में के दांतारामगढ़ क्षेत्र में रहने वाले कुलदीप बाजिया ने भीड़ चाल से अलग हटकर अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है. स्कूली शिक्षा गांव से ही पूरी करने के बाद बाजिया ने बीटेक करने की ठानी. कुलदीप बाजिया ने कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने की बात पिता प्रभु दयाल बाजिया को बताई. बेटी की ख्वाहिश को पूरा करने के लिए पिता ने सीकर के शेखावाटी इंजीनियरिंग कॉलेज में बेटे का दाखिला करा दिया. ये इंजीनियरिंग कॉलेज उस समय का सबसे प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज था. कॉलेज में दाखिले के बाद कुलदीप बाजिया ने जमकर मेहनत की और कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की. कंप्यूटर की बेहतरीन नॉलेज होने की वजह से एक कंपनी ने कुलदीप को नौकरी पर रख लिया. नौकरी मिलने के बाद कुलदीप का परिवार बहुत खुश था. बाजिया ने जयपुर जाकर कंपनी में काम करना शुरू कर दिया लेकिन कर्मचारी के प्रति सीनियर्स के व्यवहार और कम पैसे मिलने से परेशान होकर कुलदीप ने कुछ महीने में कंपनी छोड़ दी.

घर जाकर शुरू किया अपना स्टार्टअप
कंपनी में सीनियर्स के व्यवहार से परेशान होकर कुलदीप नौकरी छोड़कर अपने गांव वापस आ गया. उसने पिता से कहा कि मेहनत करके अच्छा काम करने पर भी कम सैलरी मिलती है और सीनियर्स भी अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं. अब मैं कोई कंपनी में नौकरी नहीं करूंगा खुद का काम शुरू करना चाहता हूं. कुलदीप ने कुछ नया स्टार्टअप करने के लिए रिसर्च करना शुरू कर दिया. कंप्यूटर की बेहतरीन नॉलेज और शिक्षित होने की वजह से वह एक ऐसा स्टार्टअप शुरू करना चाहता था जो क्षेत्र में बिल्कुल नया हो और लोग खुद चलकर उसके पास आए. इसके लिए उसने सरसों के तेल को चुना. कुलदीप ने क्षेत्र के लोगों की डिमांड पर दांतारामगढ़ क्षेत्र में मनवार ब्रांड के नाम से कच्ची घानी तेल का प्रोजेक्ट लगाया. उसने 5 लाख का सरकारी लोन लेकर मशीन लगाई और अपना स्टार्टअप शुरू किया. शुरुआती समय में तो कुलदीप को काफी दिक्कत आई लेकिन धीरे-धीरे कस्टमर लोग उनसे जुड़ते गए.

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कुलदीप का मनवार अब बन चुका ब्रांड
कुलदीप ने हमें बताया कि खेत से सरसों खरीदने से लेकर पैकिंग तक सारा काम वे खुद करते हैं, इसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं की जाती, सभी ग्राहकों को शुद्ध सरसों का तेल दिया जाता है, हमारा तेल शुद्ध होने के कारण लोग बड़ी-बड़ी ब्रांडेड कंपनियों के तेल को छोड़कर हमारे पास आते हैं, हम भी ग्राहकों का विश्वास नहीं तोड़ना चाहते. कुलदीप बाजियां का मनवार नाम का सरसों का तेल अब ब्रांड बन चुका है. अब ये तेल बड़े डिस्ट्रीब्यूटरों के साथ-साथ घरों में भी देखे जाने लगा है. जयपुर, सीकर चूरू और झुंझुनू सहित आसपास के जिलों में इस तेल की काफी अधिक डिमांड है. इसके साथ ही सरसों का तेल निकालने के बाद बचने वाला कच्चा माल खल (जानवरों का पौष्टिक आहार) के रूप में निकलता है जिससे जानवरों को खिलाया जाता है. उसे खल को भी कुलदीप बाजिया किसानों को बेचते हैं. इसके अलावा हाल ही में कुलदीप ने अपनी फैक्ट्री के बाहर ही होटल बनाई है. कुलदीप ने बताया की सीजन के समय वह 5 लाख से अधिक की कमाई करता है.

Tags: Local18, Rajasthan news, Sikar news

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