4 साल पहले संदीप शर्मा ने धोनी को लेकर जो सपना देखा था, वो अब कैसे सच हुआ?

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हाइलाइट्स

राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 3 रन से हराया था
संदीप शर्मा ने आखिरी ओवर में धोनी के खिलाफ 21 रन बचाए

नई दिल्ली. अगर आपको ये कहा जाए कि तेज़ गेंदबाज संदीप शर्मा ने महेंद्र सिंह धोनी के ख़िलाफ बुधवार जैसी चुनौती का सपना ठीक 4 साल पहले देख लिया था, तो क्या आप उस पर यकीन करेंगे? शायद नहीं. हो सकता है कि खुद शर्मा को ये बात याद नहीं रही हो. लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ आखिरी ओवर में धोनी जैसे दिग्गज को जीत से रोकना लगभग एक असंभव सा प्रदर्शन है. और इत्तेफाक की बात है कि संदीप शर्मा ने 4 साल पहले खुद एक इटंरव्यू में माना था कि अगर उनके पास 15 रन डिफेंड करने को हों तो वो धोनी के सामने ऐसा कर सकते हैं. लेकिन जिस तरह के खिलाड़ी धोनी हैं, उनके ख़िलाफ एक ओवर में 36 रन भी बचाना मुश्किल है.

दरअसल, 2019 में क्रिकेट की एक वेबसाइट क्रिकइनफो के साथ साक्षात्कार में शर्मा से एक ये सवाल पूछा गया था कि अगर धोनी के ख़िलाफ़ उन्हें आखिरी ओवर लक्ष्य का पीछा करने के दौरान वाली चुनौती मिली तो वो क्या करेंगे. शर्मा का जवाब था, “इस पर कुछ भी कहना कठिन है. वो एक ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो आराम से 25-28 रन या उस तरह के स्कोर बना सकते हैं. लेकिन मेरे लिए 12 से 15 रन (डिफेंड करने के लिए) पर्याप्त हों. मुझे इस स्कोर को डिफेंड करने का आत्म-विश्वास है. लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा कि कि महेंद्र सिंह धोनी इतने काबिल हैं कि सिर्फ 36 से ऊपर रन ही उनकी पहुंच से बाहर हैं.”

संदीप शर्मा ने धोनी के सामने 21 रन बचाए
इसे महज़ संयोग ही कहा जा सकता है कि राजस्थान रॉयल्स के इस गेंदबाज़ को आईपीएल 2023 में धोनी के सामने 21 रनों को डिफेंड करने की चुनौती थी. पहले दो गेंदों पर वाइड फेंकना शायद संदीप शर्मा के नर्वस होने का संकेत था. लेकिन तीसरी गोंद उन्हें डॉट बॉल डाली और खुद को संभाला. लेकिन इसके बाद धोनी ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में दो दमदार छक्के जड़ डाले. आखिरी 3 गेंदों पर 7 रन का समीकरण धोनी तो क्या किसी भी युवा बल्लेबाज़ के लिए भी आईपीएल में कोई ख़ास चुनौती नहीं है. लेकिन, यहीं पर शर्मा ने इतिहास रचने के बारे में सोचा. शायद उन्हें वो अपना पूराना जवाब ज़ेहन में ताज़ा हो गया हो.

धोनी आईपीएल में 20वें ओवर के किंग
संदीप शर्मा जानते थे कि धोनी ने आखिरी ओवर के दौरान बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए कैसे इरफान पठान( 2010), अक्षर पटेल ( 2016) और कोरी एंडरसन (2018) में बुरा हाल किया था. धोनी के लिए शायद ये बाएं हाथ का काम था. लेकिन पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे अपनी काबिलियत के आगे शर्मा ने धोनी जैसे दिग्गज को उनके महारथ वाले हुनर में ही परास्त किया.

संदीप आईपीएल में दिग्गजों का करते हैं शिकार
अब शायद ऐसा लगता है कि अगर धोनी जैसे धुरंधर के सामने कोई अपना संयम रख सकता था, तो वो शायद संदीप शर्मा ही होते. क्योंकि वो उन चुनिंदा गेंदबाज़ों में से एक है जो सामने वाले विरोधी की आभा से घबराते नहीं है. आखिर विराट कोहली जैसे बल्लेबाज़ को आईपीएल में रिक़ॉर्ड 7 बार आउट करने वाले गेंदबाज़ शर्मा ही हैं. साथ ही क्रिस गेल जैसे धुरंधर को साझा तौर पर सबसे ज़्यादा 4 मौके पर आउट करना. इतना ही नहीं मई 2017 में बैंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपनी टीम की जीत में शर्मा ने यादगार योगदान दिया था जब उन्होंने आईपीएल की सबसे धाकड़ त्रिमूर्ति यानि कि क्रिस गेल, कोहली और एबी डिविलियर्स को एक साथ आउट किया था. ऐसा करने वाले वो आईपीएल के पहले गेंदबाज़ भी बने थे.

टीम इंडिया में कम मौके मिले
बहरहाल, आईपीएल में शानदार खेल दिखाने और दो बार अंडर 19 वर्ल्ड कप में खेलने वाले शर्मा को भारतीय क्रिकेट ने अपनी काबिलियत को साबित करने के लिए गिनती के दो मौके दिए. उन्हें 2015 में ज़िम्बाब्वे के दौरे पर 2 टी20 मैच मिले और साधारण खेल के बाद उन्हें दोबारा कभी देश के लिए खेलने का मौका नहीं मिला. और ये काफी हैरान करने वाली बात है. क्य़ोंकि आईपीएल में शर्मा का रिकॉर्ड जसप्रीत बुमराह से कम 21 नहीं तो 19 भी नहीं. जहां संदीप शर्मा ने अपने 116 विकेट 106 मैचों में 26.31 और 7.76 की इकॉनोमी रेट से लिए हैं. वहीं बुमराह के 145 विकेट उनके 120 मैचो में आए हैं. जहां उनका औसत 23.31 और इकॉनोमी रेट 7.4 का रहा है.

ज़ाहिर सी बात है शर्मा तो दूर की बात किसी और भी गेंदबाज़ की तुलना बुमराह से नहीं हो सकती है. लेकिन अगर गुजरात के बुमराह को आईपीएल में शानदार खेल के चलते भारतीय चयनकर्ताओं का भरोसा हासिल हुआ तो शर्मा के साथ ऐसा रवैया क्यों अपनाया गया?

संदीप का पावरप्ले में गेंदबाजी का शानदार रिकॉर्ड
इतना ही नहीं अगर आप आंकड़ों के लिहाज़ से देखेंगे तो पाएंगे कि शर्मा का पावर-प्ले ओवर में गेंदबाज़ी रिकॉर्ड बेहद शानदार है. सिर्फ भुवनेश्वर कुमार ने ही उनसे ज़्यादा विकेट पावर-प्ले में आईपीएल में झटके हैं. लेकिन, यहां भी पावर-प्ले के दौरान शर्मा का इकोनॉमी रेट भुवी से बेहतर है. इतना ही नहीं आईपीएल के इतिहास में सिर्फ आधे दर्ज ऐसे तेज़ गेंदबाज़ हुए हैं, जिन्होंने 100 या उससे ज्यादा विकेट 8 से कम की इकोनोमी रेट से लिए हैं. 29 साल के शर्मा उन चुनिंदा गेंदबाज़ों में एक है.

आईपीएल नीलामी में क्यों नहीं मिला खरीदार?
अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि अगर शर्मा इतने ही लाजवाब गेंदबाज़ थे तो आईपीएल में नीलामी के दौरान किसी भी फ्रैंचाइजी ने उन पर दांव क्यों नहीं लगाया? अगर तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा फिट होते तो शर्मा तो इस आईपीएल में नज़र ही नहीं आते. दरअसल, पिछले दो साल शर्मा के लिए उनके करियर के सबसे बेहतरीन साल नहीं रहे हैं. साल 2021 में वो सनराइजर्स हैदराबाद के लिए सिर्फ 7 मैच खेले और सिर्फ 3 विकेट ही ले पाये जिसके चलते उन्हें आगे मौके नहीं मिले. 2022 में उनकी पूरानी टीम पंजाब ने उन्हें फिर से वापस बुलाया. लेकिन वो महज़ 5 मैच ही खेल पाये क्योंकि उसमें वो धारदार नहीं दिखे.

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ख़ैर, उन सब बातों को भुलाकर संदीप शर्मा ने फिर से एक ज़बरदस्त वापसी की है. शायद ये बात बहुत कम लोगों को पता है कि शर्मा भले ही तेज़ गेंदबाज़ हैं. लेकिन उनके आद्रश राहुल द्रविड़ रहे हैं. उसकी वजह है कि शर्मा ने द्रविड़ को नेशनल क्रिकेट एकेडमी बैंगलोर में बहुत नज़दीक से पसीना बहाते देखा है. शर्मा उस वक्त सोचते थे कि अगर द्रविड़ जैसा दिग्गज अपने करियर के आखिरी पडाव में भी उसी शिद्दत से अनुशासित दिखता है और मेहनत करता है तो उनके जैसे युवाओं के लिए इससे बड़ी प्रेरणा वाली बात क्या होगी.

द्रविड़ अब टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर क्या शर्मा को दोबारा टीम इंडिया में एंट्री दिला पाएंगे? अगर शर्मा इस पूरे आईपीएल में फिर से पूरानी निरंतरता को हासिल कर लें तो शायद वो भी मुमकिन है.

Tags: IPL 2023, Ms dhoni, Rajasthan Royals

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