लोन लेकर शुरू किया फर्नीचर का कारोबार…शुरू में लड़खड़ाया अब बिहार के साथ झारखंड में सप्लाई, सालाना इतनी कमाई

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दीपक कुमार/बांका: आजकल लोग अपने घर को सजाने के लिए महंगे से महंगे वूडन आईटम्स को खरीदने में नहीं झिझकते हैं. घरों की सजावट के लिए बड़ी-बड़ी दुकानों से लेकर मॉल्स से शॉपिंग करते हैं, इसमें लकड़ी से बने सामानों की भी भारी डिमांड रहती है. लकड़ी से बने प्रोडक्ट्स घर से लेकर ऑफिस तक को खूबसूरत बनाने के काम आते हैं. इसी वजह से इसकी डिमांड काफी ज्यादा है.

लकड़ी के धंधें को शुरू करने में ज्यादा पैसे की भी जरूरत नहीं पड़ती है. कम लागत में इस धंधे को कर सकते हैं. बांका जिला से शंभूगंज बाजार निवासी अनिल शर्मा भी पहले किसी के पास रहकर हीं काम करते थे. लकड़ी से बनने वाले आईटम से होने वाली कमाई ने अनिल को आकर्षित किया और लोन लेकर फर्नीचर डिजाइनर मशीन खरीदा. अब एक से बढ़कर एक आईटम तैयार कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.

उद्योग विभाग से लोन लेकर शुरू किया डिजाइनर फर्नीचर का निर्माण
अनिल शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि पढ़ाई खत्म करने के बाद नौकरी के सिलसिले में कोलकाता चला गया. जहां फर्नीचार बनाने का ही काम किया. फर्नीचर बनाने की सारी बारीकियों को तो सीख लिया, लेकिन अच्छी कमाई नहीं हो पा रही थी. पांच साल तक कोलकाता में रहकर ही काम किया. इसके बाद गांव वापस आए गए और पिता के कार्य में हाथ बंटाने लगे.

कुछ समय बीतने के बाद उनके पिता का देहांत हो गया. उसके बाद आर्थिक स्थिति पूरी तरह से गड़बड़ा गई. तब हिम्मत ना हारते हुए निर्णय लिया कि अपने फर्नीचर के कार्य को ही आगे बढ़ाकर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे. इसके बाद फर्नीचर बनाने के कार्य में जुटे रहे. जब पता चला कि उद्योग विभाग दस लाख तक लोन दे रहा है तो इसके लिए आवेदन कर दिया. आवेदन स्वीकृत भी हो गया और 10 लाख लोन भी मिल गया. इस राशि से फर्नीचर डिजाइनर मशीन खरीदा और आकर्षक फर्नीचर बनाने लगा. कई लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया है.

12 लाख से अधिक का सालाना कर लेते हैं कारोबार
अनिल शर्मा ने बताया कि डिजाइनर मशीन से तरह-तरह के आकर्षक फर्नीचर तैयार बिक्री करते हैं. उन्होंने बताया कि लकड़ी पर डिजाइन बनाने के लिए बिग प्लेनर, फूटर, कंप्रेसर आदि मशीन का प्रयोग करते हैं. इस मशीन की मदद से लकड़ी के अलावा एल्युमिनियम, जिप्सम, घामर सहित कई सामग्री से फैंसी फर्नीचर का निर्माण कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गृह सजावट सामाग्री में टेबल, कुर्सी, गेट, सोफा, डाइनिंग टेबल, खेलकूद पलंग आदि का निर्माण करते हें. अनिल शर्मा ने बताया कि डिजाइनर फर्नीचर का डिमांड भी अधिक है. यहां बाजार से सस्ते दर पर फर्नीचर लोगों को उपलब्ध कराते हैं. लोकल बाजार ही नहीं बल्कि मुंगेर, भागलपुर, गोड्डा सहित अन्य बाजारों में सप्लाई कर सालाना 12 लाख से अधिक का कारोबार कर लेते हैं.

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