नहीं थमा बिहार क्रिकेट बोर्ड का विवाद, छत्तीसगढ़ के खिलाफ भी मैदान में पहुंचेगी 2 टीमें, हंगामा तय

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सच्चिदानंद, पटना. वर्षों से चला आ रहा बिहार क्रिकेट संघ का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विवाद अब पर्दे के पीछे के बजाए खुलकर सामने आने लगा है. इसकी पहली झलक तब देखने को मिली जब मुंबई के खिलाफ मैच खेलने के लिए बिहार की दो टीम पहुंच गई. एक टीम बीसीए अध्यक्ष की तरफ से, तो वहीं दूसरी खुद को सचिव बताने वाले अमित कुमार की तरफ से. अमित कुमार की टीम को मैदान में घुसने नहीं दिया गया. इसके बाद विवाद और बढ़ गया. नौबत मारपीट तक आ गई. अब रणजी का दूसरा मुकाबला छत्तीसगढ़ टीम के साथ कल यानी 12 जनवरी से होने जा रहा है.

इस बार भी मोइनुल हक स्टेडियम 2 टीम पहुंचने वाली है. इसको लेकर अमित कुमार ने टीम की लिस्ट बीसीसीआई को भेज दी है. साथ ही अमित कुमार की टीम और खगड़िया जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और विधायक डॉ. संजीव के साथ बैठक चल रही है. पूर्व खिलाड़ी आदित्य वर्मा ने बताया कि 12 जनवरी को भी बिहार की दो टीम पहुंच सकती है.

क्या है बीसीए का विवाद
बिहार की तरफ से दो टीम पहुंचने के पीछे का कारण बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और सचिव अमित कुमार के बीच विवाद है. बीसीए की तरफ से अमित कुमार को सचिव पद से हटा दिया गया है. लेकिन इस बात को अमित कुमार मानने को तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि मैं इलेक्शन जीत कर BCA का सचिव बना था. आप सेक्रेटरी को ऐसे ही सस्पेंड नहीं कर सकते हैं. इसपर पूर्व खिलाड़ी आदित्य वर्मा ने बताया कि बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी सभी अधिकार अपने हाथों में रखना चाहते हैं.

अमित कुमार से पहले भी संजय कुमार, कुमार अरविंद सचिव रह चुके हैं, जिनको हटा दिया गया. नियम यह कहता है कि टीम का गठन और आर्थिक लेनदेन का सारा काम सचिव करेंगे. लेकिन यह मौजूदा अध्यक्ष को बर्दाश्त नहीं है. इस वजह से सचिव के साथ विवाद होता है और फिर गलत तरीके से सचिव बदल दिया जाता है.

बीसीए में दो ओम्बड्समैन
बीसीए में दो ओम्बड्समैन है. एक अमित गुट का तो वहीं दूसरा अध्यक्ष गुट का. अध्यक्ष गुट के ओम्बड्समैन ने सचिव को हटा दिया, तो वहीं सचिव गुट के ओम्बड्समैन ने अध्यक्ष को हटा दिया. मामला पटना सिविल कोर्ट पहुंचा. आदित्य तिवारी आगे बताते हैं कि कोर्ट ने अध्यक्ष के ओम्बड्समैन के अमित कुमार को सचिव पद से हटाने के आदेश को नहीं माना. तो फिर अमित कुमार निष्कासित कैसे हुए.

मुंबई के खिलाफ दो टीम क्यों
आदित्य वर्मा ने बताया कि मुंबई के खिलाफ मैच रेफरी के पास अमित कुमार की बनाई टीम के मैनेजर और कैप्टन गए थे. रेफरी ने अमित कुमार की टीम लिस्ट को रिसीव भी किया. इसीलिए टीम स्टेडियम पहुंची और कायदे से उस दिन खेलने पहुंची. लेकिन उन्हें रोक दिया गया. वहां बीसीए और रेफरी के बीच क्या बातचीत हुई पता नहीं. इसके बाद अमित कुमार की टीम को पुलिस बल का इस्तेमाल कर भगा दिया गया. साथ ही उनके खिलाफ धारा 307 के तहत केस भी दर्ज करवाया गया.

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छत्तीसगढ़ के मुकाबले में भी पहुंचेगी दो टीम
12 जनवरी से बिहार का मैच छत्तीसगढ़ के साथ होने वाला है. इसको लेकर अध्यक्ष की टीम मैदान पर पसीना बहा रही है. वहीं अमित कुमार की टीम आगे की रणनीति बनाने में लगी हुई है. आदित्य वर्मा ने बताया कि 12 जनवरी को फिर से बवाल होना तय है. अमित कुमार अपनी टीम और खगड़िया जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और जेडीयू विधायक डॉ. संजीव, बीसीए और सीएबी से जुड़े बीजेपी के विधायक प्रेम रंजन पटेल भी मैदान में पहुंचेंगे.

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