Podcast: तीसरे सप्‍ताह में दाखिल हुआ आईपीएल, गेंद पर बल्ले का रहा बोलबाला, दिल्‍ली को पहली जीत का मिला स्‍वाद

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प्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों को समेटे इस पॉडकास्ट के साथ मैं हाजिर हूँ, संजय बैनर्जी का नमस्कार- सुनो दिल से. दिल्ली ने आईपीएल मे जीत का स्वाद आखिर चख ही लिया, लगातार पांच हार के बाद मिली यह पहली जीत बाकी टीमों के लिए भले ही कोई मायने न रखती हो, लेकिन जिस टीम के हेड कोच रिकी पोंटिंग और डायरेक्टर सौरव गांगुली हों उनके लिए यह राहत की बात है. कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ वैसे कल देर रात जीत के लिए दिल्ली को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा. 128 रन का मामूली लक्ष्य भी दिल्ली कैपिटल्‍स के लिए पहाड़ सरीखा दिखाई दे रहा था.

कप्तान डेविड वॉर्नर ने अगर अर्धशतकीय पारी न खेली होती तो शायद परिणाम कुछ और ही होता. यह सही है कि दिल्ली ने ज़ोरदार शुरुआत की और एकबारगी लगा आधे ओवर पूरे होते ही उसे जीत मिल जाएगी. पर, पृथ्वी शॉ और कुछ अन्य बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने के बाद दिल्ली की टीम संघर्ष करती नजर आई. आखिरी 2 ओवर में जीत के लिए 13 रन भी दिल्ली को भारी पड़ते दिखाई दिए, लेकिन 4 गेंद बाकी रहते उसे जीत मिल ही गई. इस जीत ने प्ले ऑफ जाने के सपनों को टूटने से बचाया है, लेकिन सही अर्थों मे उसका रास्ता बहुत मुश्किल हो चुका है. 

मैच में दिल्ली के लिए इशांत शर्मा तो कोलकाता के लिए अनुकूल रॉय और खुद कैप्टन नीतीश राणा ने भी बॉलिंग में बढ़िया प्रदर्शन किया. इंग्लिश बल्लेबाज जेसन रॉय के 43 और बाद में आंद्रे रसेल के नाबाद 38 रन को छोड़कर कोलकाता को बड़ा स्कोर देने में कोई बैटर टिक नही सका. एक अन्य मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने पंजाब किंग्स के विरुद्ध 24 रन से जीत दर्ज कर ली. आरसीबी के लिए विराट कोहली और फाफ डु प्लेसी ने पचासा जमाया. कोहली ने इस मैच में कप्तानी की और टीम को जीत भी दिलाई. 

डुप्लेसिस ने सबसे ज्यादा रन जोड़े. पंजाब जब जीत की ओर बढ़ रही थी तब मोहम्मद सिराज ने चार विकेट लेकर आरसीबी को जश्न मनाने का मौका दिया. सिराज को पिछले मैचों में बेहतर गेंदबाजी के बावजूद ज्यादा विकेट नहीं मिले पर इस बार उनका यह अफसोस दूर हो गया. उधर, चेन्नई सुपर किंग्स लगातार अपनी उम्मीदों को जीवंत बनाए हुए है और आज रात उसे अपने ही मैदान पर सनराइजर्स हैदराबाद के साथ खेलना है. 

राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंटस आईपीएल में इस बार बाकी टीमों से बेहतर हैं. दोनों टेबल में टॉप पर हैं. दोनों के कप्तानों की भूमिका भी अब तक शानदार रही है. संजू सैमसन को वैसे टी-20 का खिलाड़ी समझा जाता है लेकिन लोकेश विपरीत परिस्थितियों से खुद को निकालते हुए सबसे छोटे फॉरमेट में भी बल्ला चला रहे हैं. हालांकि पिछले मैच में जब दोनों टीमें आपने-सामने थी तब न तो राहुल और ना ही सैमसन ज्यादा देर टिक सके. टॉप पर काबिज राजस्थान को लखनऊ के हाथों मिली 10 रन की शिकस्त परेशान कर रही होगी. जयपुर में चार साल बाद हुए मैच में भी मेजबान को निराशा हाथ लगी . कप्तान संजू सैमसन केवल दो रन बना सके जबकि लोकेश राहुल ने 39 रन का योगदान किया. यह तब हुआ जब राहुल पहला ओवर मेडन खेल गये. राजस्थान के लिए जीत का लक्ष्य ज्यादा मुश्किल नहीं था पर लखनऊ के गेंदबाजों आवेश खान और मारकस स्टोइनिश ने मेजबान टीम को करीब आने के बावजूद जीतने नहीं दिया.

जहां तक लोकेश राहुल की बात है, उन्होंने इससे पहले वाले मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ 74 रन की पारी खेली थी. सैम करन की शानदार गेंदबाजी के बावजूद राहुल ने खुद को लय में रखा. फिर भी लखनऊ की टीम इसलिए हार गयी, क्योंकि जिम्बाब्वे के खिलाड़ी सिकंदर रजा ने पंजाब के लिए अर्धशतक जमा दिया. साथ में छोटी लेकिन उपयोगी पारी खेल कर शाहरूख खान ने पंजाब के खाते में दो अंक भी दिला दिए. 

उधर संजू सैमसन ने भी गुजरात के खिलाफ 60 रन बनाकर अपना क्लास दिखाया. संजू के लिए राहत की बात है कि उसके कैरेबियन बल्लेबाज शिमरोन हेत्माएर लगातार कुछ न कुछ कॉन्ट्रीब्यूट कर रहे हैं. हेत्माएर ने सैमसन के साथ पचासा जड़ दिया. इस सीजन में टॉप पर बने रहने के लिए राजस्थान रॉयल्स के लिए इन दोनों का चलना जरूरी है. वैसे गुजरात का प्रदर्शन इस सत्र में आंख मिचौनी वाला चल रहा है. तीन मैचों में हार और केवल दो में जीत से उसके लिए आगे का रास्ता मुश्किल होने वाला है.

तमाम टीमों के बीच इस सप्ताह मुंबई इंडियंस ने सबसे ज्यादा भरोसा कमाया है. उसने अपने दोनों मैच जीते हैं. पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ और फिर सनराइजर्स हैदराबाद के विरुद्ध. मुंबई के लिए ये दोनों जीत उनके लिए टॉनिक का काम कर सकती है. रोहित शर्मा और ईशान किशन के कुछ ओवरों में टिककर खेलना टीम के हक में जा रहा है. रोहित अर्धशतक तक पहुंच नहीं पा रहे हैं, फिर भी उनके औसत योगदान से पांच बार की चैंपियन टीम को फायदा तो जरूर हो रहा है. ईशान किशन भी लगता है खराब शुरुआत के बाद अब संभलने लगे हैं. उन्होंने पहले केकेआर के खिलाफ 58 रन बनाए वही हैदराबाद के विरुद्ध 38 रन जोड़कर जीत में सहयोग किया है. सच तो यह है कि अगर रोहित शर्मा और ईशान किशन की ओपनिंग जोड़ी कुछ देर टिक जाए तो विरोधी टीमों को परेशान कर सकती है. बीच के मैचों में सूर्यकुमार यादव भी कुछ जरूरी रन बनाकर अपना आत्मविश्वास पाने की कोशिश में जुटे हैं. आईसीसी की ताजा टी-20 रैंकिंग में सूर्यकुमार अपने नंबर एक की पोजिशन को बनाए रखने में कामयाब रहे हैं, इससे भी उनका कॉंफिडेंस लेवल हाई हो सकता है. कल जब पंजाब के खिलाफ अपने मैदान पर मुंबई की टीम खेलने उतरेगी तो संभव है कि रैंकिंग का पॉजिटिव असर उनकी बैटिंग पर  देखने को मिले.

मुंबई इंडियंस के लिए इस बार एक नाम सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का जुड़ा है. उन्होंने अपने डेब्यू मैच में मुंबई की जीत में अहम भूमिका निभाई.  हैदराबाद के खिलाफ जब मुंबई को 192 रन डिफेंड करने थे  तब अर्जुन तेंदुलकर ने ही आखिरी ओवर में 20 रन बचाकर टीम को 14 रन से जीत दिला दी थी.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के विराट कोहली और फाफ डू प्लेसिस की बल्लेबाजी लगातार चर्चा में है. विराट कोहली ने दिल्ली कैपिटल्स और फिर कल पंजाब किंग्स के खिलाफ अर्धशतक जमाया और टीम को जीत दिलाई. हालांकि चेन्नई के खिलाफ कोहली नहीं चले, पर यह संतोष की बात है कि वह खुद को फॉर्म में बनाए हुए हैं. फाफ डू प्लेसिस कप्तानी का दायित्व संभालते हुए भी अपनी बैटिंग पर असर नहीं पड़ने दे रहे हैं. कल डू प्लेसिस ने विराट के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए शतकीय शुरुआत की. 

बीच के मैचों में आस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लैन मैक्सवेल भी फॉर्म दिखा चुके हैं. चेन्नई के 226 रन के जवाब में जब आरसीबी ने 218 रन बना दिये थे तब भी मैक्सवेल ने अपनी ओर से टीम को 76 रन दिये थे. आने वाले मैचों में कोहली, डू प्लेसिस और मैक्सवेल की तिकड़ी विपक्षी टीमों के लिए अड़ंगा बन सकती है. वैसे माना यह जा रहा है कि छह में से तीन शिकस्त में आरसीबी को कमजोर गेंदबाजी का भी खमियाजा उठाना पड़ा है. 

आईपीएल अब तीसरे सप्ताह में दाखिल हो चुका है और अब तक गेंद पर बल्ले का बोलबाला ही रहा है. पहले 19 मैचों में कोई शतक देखने को नहीं मिला. दो बल्लेबाज नजदीक पहुंचकर भी इस आंकड़े को छू नही सके. लेकिन पिछले नौ मैचों में दो शतक जमा दिये गये. पहले सनराइर्ज हैदराबाद के इंग्लिश बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने नाबाद 100 रन की पारी खेली, फिर कोलकाता नाइट राइडर्स के वेंकटेश अय्यर ने 104 रन बना डाले.

इस सीजन के महंगे खिलाड़ियों में से एक हैरी ब्रूक ने आंद्रे रसेल जैसे गेंदबाज को झेलते हुए शतक बनाया. उनकी टीम हैदराबाद ने इसका लाभ उठाते हुए कोलकाता के खिलाफ 228 रन बना डाले. कांटे के संघर्ष के बाद आखिरकार हैदराबाद ने यह मैच 23 रन से जीता. वैसे कोलकाता की ओर से गजब की बल्लेबाजी देखने को मिली जब कप्तान नीतीश राणा ने 75 और रिंकू सिंह ने 58 रन की पारी खेली. रिंकू ने एक मैच में जब लगातार पांच गेंदों पर पांच छक्के लगाये थे तब काफी सुर्खी बटोरी थी, इस बार नीतीश राणा ने उमरान मलिक के एक ओवर में 28 रन बना डाले. नीतीश ने इस ओवर में चार चौके और दो छक्के लगाये.

इस सीजन में दूसरा शतक जड़ने वाले वेंकटेश अय्यर को अफसोस होगा कि उनकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स इसका लाभ नहीं उठा सकी. मुंबई इंडियंस के खिलाफ वेंकटेश ने 51 गेंदों पर छह चौके और नौ छक्के लगाते हुए 104 रन की पारी खेली. उनकी पारी जब समाप्त हुई तो कोलकाता ने उनकी जगह बाकी मैच में सुयश शर्मा को इंपैक्ट प्लेयर के रूप उतारा. उन्होंने दो विकेट भी लिये पर कोलकाता की टीम मैच नहीं जीत सकी. यह था, सप्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों पर आधारित पॉडकास्ट-सुनो दिल से. संजय बैनर्जी को अनुमति दीजिए नमस्कार.

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