Opinion: मोदी सरकार की सी-प्लेन योजना से तटवर्ती इलाकों में रहने वाली बड़ी आबादी को फायदा मिलेगा

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नई दिल्‍ली. मोदी सरकार लोगों के सुविधाजनक सफर के लिए सड़क, रेल से लेकर हवाई मार्ग पर नए नए कदम उठा रही है. इसके साथ ही, तटीय और नदी किनारे बसे शहरों में आवगामन और आसान करने के लिए कई रूटों पर सी प्‍लेन चलाने की तैयारी है. तटीय और नदी किनारे बसे तमाम ऐसे इलाके हैं, जहां से एयरपोर्ट दूर हैं. सी प्‍लेन चलने से इन इलाकों को राहत मिल जाएगी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार सी प्‍लेन चलाने के कई शहरों में वाटर एयरोड्रम भी बनाए जाएंगे.

केन्‍द्रीय नागरिक उड्डयन राज्‍य मंत्री जनरल वीके सिंह के अनुसार उड़े देश का आम ना‍गरिक (उड़ान) योजना के तहत सरकार की कोशिश है कि साधारण व्‍यक्ति भी हवाई सफर कर सके. इसके लिए उड़ान योजना में नए-नए हवाई रूटों का विस्‍तार किया जा रहा है. इसके साथ ही वाटर एयरोड्रम से सी प्‍लेन उड़ाने की योजना पर काम किया जा रह है.

उन्‍होंने बताया कि उड़ान के अंतर्गत बोली प्रक्रिया में 25 वॉटर एपरोड्रोमों को जोड़ने वाले 56 सीप्लेन मार्गों को चिन्हित किया गया था. साबरमती रिवरफ्रंट तथा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के बीच सीप्लेन संचालन शुरू किया गया था. लेकिन वाणिज्यिक और कोविड-19 से जुड़े कारणों से इसका संचालन अप्रैल 2021 को रोक दिया गया था.

उड़ान बाजार आधारित योजना है. इच्छुक एयरलाइनें, सीप्लेन प्रचालन सहित विशिष्ट मार्गों पर मांग के आंकलन के आधार पर उड़ान योजना के तहत बोली प्रक्रिया के दौरान अपने प्रस्ताव प्रस्तुत करते हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक्‍सपर्ट के अनुसार समुद्री तट और नदियों के किनारे बसे इलाकों में सी एयरोड्रम का निर्माण सफल रहेगा. अभी ऐसे इलाकों मे एयरपोर्ट दूर होते हैं, जहां जाने के लिए लोगों को समय लगता है.  लेकिन तटीय इलाकों में इस तरह एयरपोर्ट बनने से लोगों का समय बचेगा. लोग करीब बने  वाटर एयरोड्रम से सी प्‍लेन से अपने गंतव्‍य तक जा सकेंगे.

इन राज्‍यों पर सी प्‍लेन चलाने की तैयारी

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार गुजरात, असम, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप राज्यों/ संघ राज्य क्षेत्रों में वाटर एयरोड्रम बनाए जाएंगे.

Tags: Modi government

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