‘सनी’ और श्रीकांत की राय से निखरी सहवाग की बैटिंग, ठोक दिए थे दो तिहरे शतक

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वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) को भारतीय क्रिकेट के सबसे विस्‍फोटक बल्‍लेबाजों में शुमार जाता था. उन्‍होंने क्रिकेट में इस अवधारणा को स्‍थापित किया कि गेंद यदि मारने की है तो उसे बाउंड्री के बाहर भेज दो. टे‍स्‍ट क्रिकेट में सहवाग के ओपनर के तौर पर उतरने के पहले प्रारंभिक बल्‍लेबाजों से धीमी बैटिंग करके गेंद की चमक उतारने की उम्‍मीद की जाती थी लेकिन सहवाग ने यही काम ताबड़तोड़ शॉट्स से किया. सहवाग ने बताया कि क्रिकेट के दौरान उन्‍हें कई लोगों ने अलग-अलग राय दीं लेकिन आपको यह समझना जरूरी होता है कि कौन सी राय उपयोगी है और कौन सी बेकाj. मैंने अच्‍छी राय पर ही अमल किया.

उन्‍होंने बताया कि पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्‍कर (Sunil Gavaskar) और श्रीकांत ( Srikkanth) ने ऐसी राय दी जिस पर अमल करने के बाद मैंने बड़े-बड़े स्‍कोर बनाए. रजत शर्मा के टीवी शो ‘आप की अदालत’ में वीरू में बताया, ‘सनी और श्रीकांत ने मुझसे कहा था कि आप लेग स्‍टंप के बाहर खड़े होते हैं, इससे बॉल से बहुत दूर हो जाते हैं और कई बार इस कारण ऑफ स्‍टंप के बाहर की बॉल पर आउट हो जाते हैं. आप मिडिल-ऑफ पर खड़े होइए, ऐसे में आप बॉल के पास आएंगे तो और ज्‍यादा रन बना सकते हैं और बेहतर तरीके से गेंद की पिटाई कर सकते हैं.’

सहवाग ने कहा, ‘मैंने ऐसा करना शुरू किया और बड़े स्‍कोर बनाए.इसके बाद मैंने छह दोहरे और तिहरे शतक जमाए.’ उन्‍होंने बताया, ‘क्रिकेट खेलने के दौरान मुझे ऐसी राय भी मिलीं जो मेरी बल्‍लेबाजी के लिहाज से काम की नहीं थीं.मसलन-बल्‍ले को इस तरह पकड़ो या पैरों घुमाओं लेकिन मैं जानता था कि मेरी बेटिंग ऐसी बातों के लिए नहीं बनी है. मेरी बैटिंग यह थी कि बॉल देखो और मारो.’

नया ओपनर बना था तो फास्‍ट बॉलिंग का डर था
सहवाग ने कहा, ‘जब मैं नया-नया ओपनर बना था तो दिल में डर था फास्‍ट बॉलिंग का, नए बॉल का.इस डर को निकालने के लिए मैंने गेंद को मारना शुरू किया. मुझे लगा कि यह डर केवल बल्‍लेबाजों में क्‍यों रहे, गेंदबाजों में भी तो रहे. वीरू ने एक अन्‍य सवाल पर कहा, ‘मेरा टेस्‍ट मैच में पाकिस्‍तान के खिलाफ बैटिंग औसत बेहतरीन है.मैं भी सोच रहा था कि हम लोग 2006 के बाद से पाकिस्‍तान के खिलाफ होम सीरीज और अवे सीरीज नहीं खेले. यदि मैं पाकिस्‍तान के खिलाफ दो सीरीज और खेल लेता तो शायद 10 हजार रन पूरे कर लेता.टेस्ट क्रिकेट में मेरे 8586 रन है, दो और सीरीज और हुई होती तो ये करीब हजार रन और बन सकते थे.’

शोएब अख्‍तर के साथ नोकझोंक का किया जिक्र
पाकिस्‍तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्‍तर के साथ मैदान पर नोकझोंक का जिक्र करते हुए उन्‍होंने बताया कि शोएब, राउंड द विकेट आकर मुझे बाउंसर मार रहा था और बार-बार कह रहा था हुक मार. मैंने जिंदगी में हुक और पुल शॉट मारे नहीं थे और न ही यह मेरी स्‍ट्रेंथ थी तो मैंने उससे कहा कि सचित तेंदुलकर नान स्‍ट्राइकर एंड पर हैं, वे जब स्‍ट्राइक पर आएं तो उन्‍हें बाउंसर मारना,वे हुक मारकर बताएंगे. अगले ओवर में जब सचिन स्‍ट्राइक पर आए तो शोएब ने उन्‍हें बाउंसर मारे और सचिन ने हुक मारा जो छक्‍का हुआ. वीरू ने बताया कि तब उन्‍होंने शोएब से कहा कि लो, तुम्‍हारी इच्‍छा पूरी हो गई. बाप, बाप होता है और बेटा,बेटा होता है.

Tags: Cricket, Sunil gavaskar, Virender sehwag

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