यशस्वी जायसवाल को मिला IPL 2023 का सबसे बड़ा फायदा, स्ट्रगल जान खुली रह जाएंगी आंखें

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नई दिल्ली. आईपीएल का सबसे बड़ा गेनर कौन? किसे मिला आईपीएल 2020 का सबसे ज्यादा फायदा? इस सवाल के जवाब में शायद आप चैंपियन टीम का नाम लें. लेकिन मैं यहां टीम नहीं, खिलाड़ी की बात कर रहा हूं और मुझे लगता है कि इसके जवाब में पहला नाम यशस्वी जायसवाल का आता है. 21 साल का यह खिलाड़ी आईपीएल 2023 की बदौलत वह मुकाम हासिल करने के बेहद करीब पहुंच गया है, जो किसी भी क्रिकेटर का सपना होता है.

यशस्वी जायसवाल भारतीय टीम के स्टैंड बाय में चुन लिए गए हैं. यानी 21 साल का यह ओपनर भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने के बेहद करीब है, जो किसी भी क्रिकेटर का सपना हो सकता है. भारतीय टीम को 7 जून से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है. यशस्वी जायसवाल इस दौरान टीम इंडिया के साथ होंगे. हालांकि, वे 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें खेलने का मौका तभी मिलेगा, जब कोई 15 सदस्यीय भारतीय टीम का कोई सदस्य चोट या किसी अन्य कारण से बाहर हो जाए. अब उन्हें मौका मिलता है या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा जैसे क्रिकेटरों का साथ इस खिलाड़ी का भविष्य और निखारेगा.

क्रिकेटप्रेमी जानते हैं कि यशस्वी जायसवाल ने बेहद कम उम्र में क्रिकेटर बनने का सपना देखा. वह महज 10-11 साल की उम्र में अपना यह सपना लिए यूपी के छोटे से शहर भदोही से मुंबई जा पहुंचे. मुंबई में उनके चाचा रहते थे. लेकिन चाचा की माली हालत ऐसी ना थी कि वे यशस्वी को क्रिकेट की कोचिंग दिलवा पाते. चाचा के कहने पर मुस्लिम यूनाइटेड क्लब ने यशस्वी को अपने टेंट में रहने की अनुमति दे दी, जहां कुछ और बच्चे रहते थे.

पिता घर से बेटे यशस्वी को कुछ पैसे भेजते रहते, लेकिन यह कभी भी पर्याप्त नहीं होते थे. यशस्वी ने इसका दूसरा रास्ता निकाला. वे क्रिकेट खेलते और खेल से से वक्त बचाकर पानी पूरी बेचने लगे. कभी-कभी फल भी बेच लेते थे. इससे उनका गुजारा होने लगा.

यशस्वी के क्रिकेट को संवारने का श्रेय कोच ज्वाला सिंह को भी जाता है. ज्वाला सिंह ने 2013 में आजाद मैदान पर पहली बार यशस्वी को देखा. छोटे से बच्चे का टैलेंट देख ज्वाला सिंह ने उन्हें फ्री कोचिंग देनी शुरू कर दी.

यशस्वी जायसवाल जब 14 साल के थे तब उन्होंने जाइल्स शील्ड क्रिकेट टूर्नामेंट के एक मैच में 319 रन की पारी खेली और उसी मैच की दोनों पारियों में कुल 13 विकेट झटके थे. इस प्रदर्शन ने उन्हें अचानक मुंबई क्रिकेट का चर्चित नाम बना दिया. इस प्रदर्शन की ही बदौलत यशस्वी को मुंबई की अंडर-16 टीम में जगह मिल गई. फिर सफर चल निकला. पहले मुंबई की अंडर-19 टीम और फिर इंडिया की अंडर-19 टीम. जल्दी ही उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भी जगह बना ली.

जो खिलाड़ी इस तेजी से सफर कर रहा हो, उस पर आईपीएल फ्रेंचाइजी की नजर कैसे नहीं पड़ती. यशस्वी जयसवाल पर नजर तो तकरीबन हर फ्रेंचाइजी की रही होगी लेकिन उन्हें जोड़ने में कामयाबी मिली राजस्थान राज को. राजस्थान रॉयल्स 2020 में यशस्वी जायसवाल को अपनी टीम से जोड़ती है. आईपीएल में पहले दो साल तो साधारण गुजरते हैं लेकिन 2023 कमाल का रहता है. इस साल उन्होंने आईपीएल में 14 मैचों में 48 से ज्यादा की औसत से 625 रन बनाए. एक शतक और 5 अर्धशतक जमाए. 13 गेंद पर फिफ्टी मारी, जो लीग में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड है. इन्हीं प्रदर्शन की बदौलत यशस्वी अब टीम इंडिया से खेलने के बेहद करीब पहुंच गए हैं.

Tags: IPL 2023, Team india, WTC Final, Yashasvi Jaiswal

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