मणिपुर हिंसा: गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे इंफाल, सीएम बीरेन सिंह सहित आला अधिकारियों के साथ देर रात की बैठक

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इंफाल. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार दिवसीय यात्रा पर सोमवार रात मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचे. यहां एक विशेष विमान से इंफाल एयरपोर्ट पर लैंड करते ही गृह मंत्री शाह एक्शन मोड में दिखे. उन्होंने सोमवार रात मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और राज्य के मंत्रियों, वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक की, जहां हालात का जायजा लेने और इलाके में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आगे के कदमों पर चर्चा की गई.

सूत्रों ने कहा कि अमित शाह हालात का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने की योजना बनाने के लिए मंगलवार को अनेक दौर की बैठक कर सकते हैं. वह बुधवार को संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित कर सकते हैं और राज्य में जारी हिंसा पर नियंत्रण के लिए कदमों की घोषणा कर सकते हैं. सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि वह गुरुवार सुबह इंफाल से लौट सकते हैं.

मणिपुर में दिखे अमित शाह का स्वागत करने वाले पोस्टर-बैनर
इस बीच अमित शाह के स्वागत में बहुसंख्यक मेइती और अल्पसंख्यक कुकी, दोनों ही समुदायों ने इंफाल सहित कई अन्य जिलों की सड़कों पर पोस्टर और बैनर लगाए हैं. सूत्रों ने बताया कि कई नागरिक संस्थाओं ने भी गृहमंत्री के स्वागत में संदेश जारी किए हैं.

कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटिग्रिटी (कोकोमी) नाम के एक संगठन ने कहा, ‘हमें पता चला है कि भारत के माननीय गृह मंत्री मणिपुर आ रहे हैं. कोकोमी इसे राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में एक बहुत ही सकारात्मक कदम मानती है. कोकोमी का मानना ​​है कि शाह के सक्षम नेतृत्व में मणिपुर के लोग राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं.’

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मणिपुर में कुकी जो समुदाय के कल्याण के लिए काम करने वाले यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री की यात्रा एक सकारात्मक पहल है. दोनों संगठनों ने कहा, ‘इस यात्रा ने कुकी जो आदिवासियों के बीच सुरक्षा की भावना पैदा की है. हम दो समुदायों के बीच चल रहे इस जातीय संघर्ष को समाप्त करने के लिए उनके कदमों और निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’

मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अमित शाह की यह राज्य की पहली यात्रा है. मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे की मांग के विरोध में 3 मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद मणिपुर में जातीय झड़पों में 75 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.

Tags: Home Minister Amit Shah, Manipur violence

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