पुरुषों का खुद को रोने से रोकना क्यों उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं

[ad_1]

03

पुरुष लोग ऐसी स्थितियों में बेशक सबसे सामने नहीं रोएं लेकिन अकेले में चुपचाप रो लेते हैं. आमतौर पर पुरुष ऐसा क्यों करते हैं. रोना एक गहन मौलिक प्रक्रिया है; मजबूत भावनात्मक स्थितियों में हम जब रोते हैं और आंसू निकलते हैं तो वो मनो-भावनात्मक आँसू होते हैं, जो उन आंसुओं से रासायनिक तौर पर अलग होते हैं, जो तब निकलते हैं जब हम प्याज काटते हैं या आंखों में धूल या कोई समस्या आ जाती है. (courtesy -unsplash romain-lours)

[ad_2]

Source link