जमीन से जुड़े रहें नौकरशाह, कोई नागरिक खाली हाथ न जाए: नए IASअधिकारियों को केंद्रीय मंत्री की नसीहत

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हाइलाइट्स

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आईएएस अधिकारियों से कहा कि वे किसी भी जरूरतमंद नागरिक को खाली हाथ न लौटने दें
सिंह ने युवा अधिकारियों को 2047 में उनकी प्रस्तावित भूमिका की याद दिलाई

नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल हुए नए अधिकारियों को जमीन से जुड़े रहने की रविवार को नसीहत दी और यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे किसी भी जरूरतमंद नागरिक को अपने कार्यालय से खाली हाथ न लौटने दें. उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि शासन में निश्चित सुधार लाने और इसे नागरिक-केंद्रित बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है. कार्मिक मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने युवा नौकरशाहों से जमीन से जुड़े रहने का आह्वान किया और कहा कि सरकार के दरवाजे तक पहुंचने वाले आम नागरिकों के प्रति उनका रवैया सरकारी सेवाओं के प्रति नागरिकों की संतुष्टि को आकार देने में सबसे महत्वपूर्ण कारक साबित होगा.

युवा अधिकारियों को जन प्रतिनिधियों को धैर्यपूर्वक सुनने की सलाह
उन्होंने कहा कि एक बार जब (नौकरशाहों का) रवैया सहयोगात्मक और सहानुभूति से भरा होता है, तो उनके साथ काम करने वालों का रवैया बदलना तय है और इसलिए नौकरशाहों को रवैये में बदलाव वाले मिशन में रोल मॉडल बनने का प्रयास करना चाहिए. कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने युवा अधिकारियों को जन प्रतिनिधियों के प्रति बहुत सम्मानजनक रवैया अपनाने और उन्हें धैर्यपूर्वक सुनने एवं नीतिगत प्रारूप के आलोक में उनके सुझावों की तुरंत पड़ताल करने की सलाह भी दी. उन्होंने कहा, जहां भी संभव या वांछनीय हो, हमें नागरिकों के हितों की सेवा के लिए उच्च अधिकारियों से अनुमोदन लेना पड़ सकता है.

अधिकारियों को 2047 में उनकी प्रस्तावित भूमिका की याद दिलाई
बयान के अनुसार, मंत्री ने जोर देकर कहा कि जिलों या तहसीलों या किसी भी विभाग के प्रभारी युवा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके हस्तक्षेप या समर्थन का जरूरतमंद कोई भी नागरिक आपके कार्यालय से खाली हाथ न जाए. मंत्री यहां 2020 बैच के आईएएस अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे, जो अपने संबंधित राज्य कैडर में जाने से पहले केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में सहायक सचिव के रूप में तीन महीने का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. सिंह ने युवा अधिकारियों को 2047 में उनकी प्रस्तावित भूमिका की याद दिलाई, जब भारत स्वतंत्रता के 100 वर्ष मना रहा होगा.

सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ना आवश्यक
उन्होंने कहा कि प्रशासन और शासन से नागरिकों की अपेक्षाएं और आकांक्षाएं बढ़ रही हैं, सूचना प्रौद्योगिकी, इंटरनेट, मोबाइल प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आदि लोगों के जीवन में नाटकीय बदलाव ला सकते हैं और वे लोगों से सीधा संपर्क स्थापित करने में प्रशासन की मदद कर सकते हैं. सिंह ने कहा कि उन्हें अवगत कराया गया है कि 175 अधिकारियों के इस बैच में इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले 108 अधिकारी हैं और चिकित्सा, प्रबंधन, कानून और कला पृष्ठभूमि वाले भी कई अधिकारी शामिल हुए हैं.

Tags: IAS, Jitendra Singh

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