क्या EVM में सामने आ रही हैं खामियां? कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूछे ये 8 सवाल

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नई दिल्ली. कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग द्वारा कुछ ‘त्रुटिपूर्ण’ वीवीपीएटी मशीनों की पहचान किए जाने संबंधी खबरों को लेकर लेकर आयोग से जनता का विश्वास कायम रखने की मांग की है. कांग्रेस ने इसे ‘बहुत गंभीर’ बताते हुए निर्वाचन आयोग से कई प्रश्न किए और कहा कि उसे वीवीपीएटी के बारे में पूरी पारदर्शिता के साथ जवाब देना चाहिए ताकि चुनाव प्रक्रिया के बारे में भरोसा कायम करने में मदद मिल सके.

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया में आयी खबरों का हवाला देते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग ने 6.5 लाख वीवीपीएटी की पहचान कथित रूप से ‘‘त्रुटिपूर्ण’’ मशीन के तौर पर की है और उन्हें विनिर्माता के पास मरम्मत के लिए भेजा है. उन्होंने कहा कि ये वीवीपीएटी मशीन सबसे ताजा ‘एम3’ श्रेणी की हैं, जिनका निर्वाचन आयोग ने पहली बार 2018 में उपयोग किया था और उसके बाद से इनका उपयोग जारी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में 17.4 लाख वीवीपीएटी मशीनों की संख्या अधिसूचित की गयी थीं.

चुनाव आयोग ने माना कुछ खामी, लेकिन गलत नतीजे नहीं
बहरहाल, वीवीपीएटी मशीनों में त्रुटियों को लेकर मीडिया में आयी खबरों का उल्लेख करते हुए निर्वाचन आयोग ने कहा कि 3.43 लाख मशीनों की पहचान एहतियाती रखरखाव के लिए की गई हैं और इनकी सख्या 6.5 लाख नहीं है, जैसा की खबरों में कहा गया. अधिकारियों ने दावा किया कि त्रुटिपूर्ण वीवीपीएटी किसी भी तरह गलत नतीजे नहीं दे रही हैं किंतु चुनाव प्रक्रिया के दौरान उनका कामकाज रुक जाता है.

खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस इसे ‘‘बहुत गंभीर मुद्दा’’ मानती है. उन्होंने कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया की ईमानदारी प्रभावित होती है क्योंकि कथित रूप से जिन मशीनों में त्रुटि मिली है उनकी संख्या 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रयुक्त की गयी मशीनों की संख्या की एक तिहाई हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मतदाताओं के 2019 के लोकसभा चुनाव एवं उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में वोट प्रभावित हुए हो सकते हैं. वीवीपीएटी का स्वयं प्रयोग इसलिए शुरू किया गया था ताकि ईवीएम में लोगों का विश्वास बढ़ सके. ईवीएम को लेकर उठ रहे प्रश्नों के वातारण में इतने बड़े पैमाने पर त्रुटि के कारण जनता के विश्वास की बहाली और चुनाव प्रक्रिया में भरोसा कायम करने के लिए पूर्ण पारदर्शिता होनी चाहिए.’

कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूछे ये 8 सवाल
उन्होंने आठ प्रश्न पूछते हुए सवाल किया कि निर्वाचन आयोग ने वीवीपीएटी मशीनों में पाई गई ‘‘त्रुटि’’ की क्या ठीक ठीक पहचान कर ली है और वीवीपीएटी मशीनों की मरम्मत और पहचान में विलंब क्यों हुआ?

खेड़ा ने पूछा, ‘‘क्या चुनाव आयोग ने उन सभी मशीनों की पहचान कर ली है जिनमें त्रुटि की जानकारी मिली है अर्थात क्या सभी वीवीपीएटी मशीनों का त्रुटि के लिए परीक्षण हो चुका है? त्रुटियों की पहचान का पता वीवीपीएटी मशीनों की जांच के लिए पहले ही स्तर पर क्यों नहीं लग पाया? ’’

कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा, ‘‘चुनाव आयोग भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कौन से अतिरिक्त सुरक्षा मानकों की योजना बना रहा है जिनका चुनाव पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है. वीवीपीएटी मशीनों के कामकाज को लेकर वर्तमान मुद्दे को दृष्टि में रखते हुए क्या चुनाव आयोग इन मशीनों का आगामी चुनाव में भी उपयोग करेगा?’’

Tags: Congress, Election commission, EVM, New Delhi news, Pawan Kheda

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