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टप्पल-जेवर वालों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, एयरपोर्ट के साथ ही बनेगा लॉजिस्टिक हब


नोएडा. जेवर (Jewar), टप्पल और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में एक के बाद एक लगातार नौकरियों और कारोबार की सौगात आ रही हैं. कई बड़ी योजनाओं के लिए पैसा जारी होने और जमीन का आवंटन होने के साथ ही काम भी शुरू हो गया है. अब नई योजना टप्पल (Tappal) में शुरू करने की तैयारी चल रही है. यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) से सटे टप्पल के इलाके में लॉजिस्टिक हब तैयार किया जाएगा. लॉजिस्टिक हब (Logistic Hub) की योजना में किसानों को भागीदार बनाकर इसे पीपीपी मॉडल पर तैयार किया जाएगा. अगर किसान इसके लिए तैयार नहीं होते हैं तो फिर अथॉरिटी जमीन की खरीद करेगी. इसके लिए यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) की सलाहकार कंपनी ब्रिटेन की डिलाइट कंपनी ने जमीन का सर्वे भी कर लिया है. आने वाले 15 से 20 दिन में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार हो जाने की उम्मीद है.

160 हेक्टेयर में लैंड पूलिंग से बनेगा लॉजिस्टिक हब

यमुना अथॉरिटी से जुड़े सूत्रों की मानें तो गौतम बुद्ध नगर और अलीगढ़ के बॉर्डर एरिया टप्पल में लॉजिस्टिक हब बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है. अलीगढ़ के कारोबारियों को भी लॉजिस्टिक हब का बड़ा फायदा मिलेगा. पहले योजना थी कि लॉजिस्टिक हब 360 हेक्टेयर में बनाया जाएगा. लेकिन टप्पल की बहुत सारी जमीन नगर पंचायत टप्पल में चली गई. इसी के चलते अब 160 हेक्टेयर में जमीन पर लॉजिस्टिक हब तैयार करने का फैसला लिया गया है. लैंड पूलिंग स्कीम के तहत किसानों से लॉजिस्टिक हब के लिए जमीन ली जाएगी.

पीपीपी मॉडल पर लॉजिस्टिक हब को तैयार किया जाएगा. अगर किसी वजह से किसान लैंड पूलिंग स्कीम के लिए तैयार नहीं होते हैं तो फिर यमुना अथॉरिटी किसानों से जमीन खरीदकर लॉजिस्टिक हब का काम शुरू कराएगी. वहीं दूसरी ओर अथॉरिटी यूपी सरकार से टप्पल में और जमीन देने की मांग कर रही है. जमीन मिलते ही लॉजिस्टिक हब योजना का दायरा बढ़ा दिया जाएगा.

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लॉजिस्टिक हब में ऐसा होगा ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम

एक योजना के तहत यमुना अथॉरिटी टप्पल-बाजना, राया (मथुरा) और आगरा में अर्बन सिटी बसाने की योजना पर भी काम कर रही है. इसी के चलते नए शहर टप्पल अर्बन सिटी में अथॉरिटी की योजना स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने की है. स्वच्छ पर्यावरण बनाए रखने और बेहतर ट्रांसपोर्ट सुविधा देने के लिए सड़कों पर निजी और कमर्शियल वाहनों के लिए अलग लेन बनाई जाएगी. वहीं शहर में कोई ट्रैफिक सिग्नल भी नहीं होगा. इतना ही नहीं नए शहरों से निकलने वाले सीवर के पानी को यमुना नदी में नहीं छोड़ा जाएगा. इस योजना को अंजाम देने के लिए सीवर के पानी को रिसाइकल किया जाएगा. वहीं रिसाइकल किए गए पानी को शहर की बागवानी के काम में लिया जाएगा.

ग्रेनो अथॉरिटी भी बना रही है लॉजिस्टिक और मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी लॉजिस्टिक और मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब की योजना पर काम कर रही है. योजना के लिए अब तक 227 हेक्टेयर जमीन खरीदी जा चुकी है. यह दोनों हब बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के पास बनेंगे. यह स्टेशन ग्रेटर नोएडा में है. सामान की लोडिंग-अनलोडिंग के लिए यार्ड बनेंगे. बोड़ाकी में 16 रेल लाइन बिछाई जाएंगी. इन सभी रेल लाइन को दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेल लाइन से जोड़ा जाएगा. कोल्ड चेन और पैकेजिंग का काम करने के लिए भी प्लटेफार्म तैयार किए जाएंगे. वेयरहाउस हब के लिए भी जगह छोड़ी जा रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत लगभग 800 एकड़ में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप बसाई जाएगी.

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